Move to Jagran APP

GGIC प्रतापगढ़ की बनेगी नई बिल्डिंग, शासन को भेजा गया साढ़े छह करोड़ का प्रस्ताव

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रतापगढ़ जिले का एक गौरवशाली एवं प्रतिष्ठित राजकीय विद्यालय है। यह जनपद में बेटियों को सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। विद्यालय की स्थापना वर्ष 1950 में हाईस्कूल स्तर पर शहर के भंगवाचुंगी के इलाके में एक किराए के भवन में हुई थी।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 08:28 AM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 08:28 AM (IST)
GGIC प्रतापगढ़ की बनेगी नई बिल्डिंग, शासन को भेजा गया साढ़े छह करोड़ का प्रस्ताव
सीएम समयबद्ध निर्माण की करेंगे घोषणा, बोले यूपी के मंत्री मोती सिंह

प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। शहर में बालिकाओं के प्रमुख कालेज जीजीआइसी के हालात सुधरने वाले हैं। कालेज की नई बिल्डिंग इसी परिसर में बनाई जाएगी। इसके लिए साढ़े छह करोड़ का प्रस्ताव शासन को गया है। बीते दिनों दैनिक जागरण के दफ्तर में आए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती ने भी इसके संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि जल्द ही मु़ख्यमंत्री के जनपद आगमन पर इसकी समयबद्ध घोषणा की जाएगी।

loksabha election banner

1950 में भगवा चुंगी इलाके  में किराए के स्कूल में खुला था जीजीआइसी

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रतापगढ़ जिले का एक गौरवशाली एवं प्रतिष्ठित राजकीय विद्यालय है। यह जनपद में बेटियों को सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। विद्यालय की स्थापना वर्ष 1950 में हाईस्कूल स्तर पर शहर के भंगवाचुंगी के इलाके में एक किराए के भवन में हुई थी। कुछ वर्षों बाद सन 1955 में इसे इंटरमीडिएट की मान्यता प्राप्त हुई। इसमें कला वर्ग और विज्ञान वर्ग शामिल था। सन 1971 में उत्तर प्रदेश शासन द्वारा बेटियों के लिए सरकारी भवन राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रतापगढ़ की दो मंजिला शानदार बिल्डिंग शहर के कचहरी रोड पर बनवाकर दी गई, लेकिन उस वक्त कि तत्कालीन प्रधानाचार्य द्वारा छात्राओं की सुरक्षा के कारण और वह भवन निर्जन स्थान पर स्थापित होने के साथ भवन के पीछे छात्रों का स्कूल केपी हिंदू इंटर कॉलेज होने की वजह से इस बिल्डिंग में छात्राओं के साथ जाने से इन्कार कर दिया था। शिक्षा विभाग ने छात्राओं की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए इसे चौक में स्थापित कर दिया। यहां उस समय राजकीय इंटर कॉलेज चल रहा था। इसकी स्थापना वर्ष 1913 मैं हुई थी। इसी में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के रूप में स्थापित किया और छात्राओं को यहां पर शिफ्ट किया। इसके साथ ही साथ नए भवन में छात्रों को कचहरी रोड पर स्थित भवन में राजकीय इंटर कॉलेज के रूप में स्थापित किया गया। वर्ष 1971 से आज तक राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चौक में स्थित इसी भवन में चल रहा है। यह बिल्डिंग काफी पुरानी एवं जर्जर हो चुकी है। इसका पत्थर बिल्डिंग में लगा हुआ है। इस वक्त इसको बने हुए 108 वर्ष बीत चुके हैं। कहा जाता है कि पूर्व में यह अंग्रेजों का कोर्ट रूम हुआ करता था। यह विद्यालय प्रारंभ से ही दो पालियों में चल रहा है। भीतर के कई कमरे ऐसे हैं, जहां दिन में भी अंधेरा रहता है। इसके पुनरोद्धार के लिए कई बार प्रस्ताव बने लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ। यहां की प्रधानाचार्य गरिमा श्रीवास्तव बताती हैं कि कालेज के पुनरोद्धार के लिए साढ़े छह करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि जीजीआइसी के पुनरोद्धार के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर कार्य शुरू कराया जाएगा। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह ने बताया कि जीजीआइसी का नया भवन बनाने की समयबद्ध घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ करेंगे।

डीआइओएस ने यह बताया

शासन को अवगत कराया गया है कि जीजीआइसी की बिल्डिंग सौ वर्ष से अधिक की है। प्रधानमंत्री जन विकास योजना के अंतर्गत अल्पसंख्यक विभाग से इसका आंगणन कराकर प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। यह प्रयास किया जा रहा है कि बालिकाएं सुरक्षित ढंग से पढ़ाई कर सकें।

-सर्वदा नंद, डीआइओएस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.