शीला और रीना के साथ बीना की पहचान पर दो युवतियां अभी गुमनाम Prayagraj News
दस रोज के भीतर जनपद में मिले पांच युवतियों के शव मिले थे। इनमें तीन की शिनाख्त हो गई मगर दो युवतियों का कत्ल पुलिस के लिए पहेली बन गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। बमरौली में शीला, घूरपुर में बीना और झूंसी में रीना के शवों की पहचान हो चुकी है, लेकिन उतरांव और थरवई में मारी गई दो अभागी युवतियां अब भी गुमनाम हैं। लंबे वक्त बाद भी पहचान नहीं होने के बावजूद पुलिस को उम्मीद है कि कभी न कभी उन दोनों की शिनाख्त होगी और कातिल पकड़े जाएंगे।
उतरांव के समोधीपुर गांव में हाईवे किनारे खेत में मिली थी युवती की लाश
अज्ञात युवतियों के शव मिलने का सिलसिला 21 अगस्त को शुरू हुआ था। उस दिन सुबह उतरांव इलाके में समोधीपुर गांव में हाईवे किनारे पानी भरे खेत में तकरीबन 22 साल की युवती की लाश मिली थी। उसके हाथ पीठ पर दुपïट्टे से बंधे थे। तब से 25 रोज गुजर गए, लेकिन पुलिस की तमाम कोशिश के बावजूद अब तक यह नहीं पता चल सका कि वह बदनसीब कौन थी, कहां की रहने वाली थी, किसने और क्यों उसे मार डाला।
थरवई के मनसैता नदी में भी मिली थी युवती की लाश
इसके तीन दिन बाद थरवई के मनसैता नदी में भी लगभग 23 साल की युवती का शव मिला मगर उसकी भी शिनाख्त नहीं हो सकी है। इन दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने अंत्येष्टि कर दी। पोस्टमार्टम से पता चला था कि उन दोनों की हत्या गला दबाकर की गई थी। जनपद के सभी थानों के साथ ही पड़ोसी जिलों की भी पुलिस को सूचना भेजी गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकली।
घूरपुर, झूंसी और बमरौली में भी युवतियों की हत्या के बाद शव फेंके गए थे
बाद में घूरपुर, झूंसी और बमरौली में भी युवतियों की हत्या के बाद शव फेंके गए थे। तीनों की पहचान हो चुकी है। पुलिस झूंसी में रीना और बमरौली में शीला की हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। कानपुर की बीना की घूरपुर में हत्या की तहकीकात अभी हो रही है।