Murder in Pratapgarh: गोली मारकर ट्रक चालक की हत्या, पिता समेत तीन जख्मी, जानिए क्या थी वजह
Murder in Pratapgarh राजाराम सरोज ने तमंचे से फायरिंग कर दी और गोली कमलेश की पीठ में जा लगी। जमकर हुई मारपीट में लाठी से कमलेश के पिता रामलाल सरोज (70) बेटी मनीषा (18) एवं साला शोभनाथ (40) घायल हो गए। कमलेश की मौत हो गई।
प्रतापगढ़, जेएनएन। लालगंज कोतवाली क्षेत्र के खेमसरी गांव में सोमवार की शाम करीब छह बजे घूर पर कब्जे के विवाद में गोली मारकर एक ट्रक चालक की हत्या कर दी गई। इस ट्रक चालक के पिता सहित तीन लोग घायल हो गए। इनमें से दो की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं गोली मारने वाला आरोपित गांव से भाग निकला है। उसकी तलाश में पुलिस देर रात तक दबिश दे रही।
घूर से खाद निकालने को लेकर था विवाद
लालगंज कोतवाली क्षेत्र के खेमसरी गांव का रहने वाला कमलेश सरोज (40) मुंबई में ट्रक चलाता था। वह दो माह पहले घर आया था। इसी क्रम में सोमवार की शाम छह बजे वह घूर से खाद निकाल रहा था। उसी दौरान पड़ोस के राजाराम सरोज से उसकी कहासुनी होने लगी। दोनों में घूर पर कब्जे को लेकर विवाद शुरू हो गया। दोनों पक्ष से वहां लोग जुट गए। कुछ ही देर में लाठी चलने लगी। इसी दौरान राजाराम सरोज ने तमंचे से फायरिंग कर दी और गोली कमलेश की पीठ में जा लगी। जमकर हुई मारपीट में लाठी से कमलेश के पिता रामलाल सरोज (70), बेटी मनीषा (18) एवं साला शोभनाथ (40) निवासी चाहिन थाना उदयपुर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना की सूचना मिलते ही सीओ लालगंज जगमोहन और कोतवाल राकेश भारती मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने सबसे पहले घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। यहां पर हालत गंभीर होने पर रामलाल सरोज और शोभनाथ को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। कोतवाल राकेश भारती के मुताबिक कमलेश और शोभनाथ पड़ोसी हैं। दोनों में लंबे समय से घूर का विवाद चला आ रहा था, उसी को लेकर सोमवार की शाम भी झगड़ा हुआ। आरोपित की तलाश में पुलिस लगी है।
पत्नी की चित्कार से गूंज उठा गांव
पति कमलेश की मौत से पत्नी गुडिय़ा देवी पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। मुंबई से दो महीने पहले कमलेश लौटा था तो पूरे घर में खुशियां छा गई थी। तीनों बच्चे मनीषा, विकास (16) और विवेक (13) खुशी से उछल पड़े थे। हमेशा ट्रक लेकर दूर-दूर रहने वाले पिता अब उनके बीच थे। कमलेश भी अपने बच्चों के बीच आकर खेतीबाड़ी में मन लगा बैठा था। अचानक सोमवार को खाद निकालने के दौरान पड़ोसी राजाराम सरोज ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे परिवार की खुशियों पर हमेशा-हमेशा के लिए ग्रहण लगा दिया। गुडिय़ा देवी की चीख से गांव गूंजता रहा। उसे पड़ोस की महिलाएं सांत्वना देने में लगी रहीं, लेकिन सब बेकार था। बेटे विकास और विवेक बिलख-बिलख कर रो रहे थे। वहीं गांव वालों की आंखें भी नम थीं। पूरा गांव सदमें में था।