नगर निगम बनवाएगा सौ दुकानें, पांच वर्ष के लिए दुकानदारों को होगी आवंटित Prayagraj News
फुटपाथ से हटाए गए दुकानदारों के लिए नगर निगम दुकानें बनवाएगा। आवंटन दुकानों का स्थाई नहीं होगा बल्कि पांच साल के लिए किया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो सड़क पटरी से उजाड़े गए दुकानदारों को नए सिरे से दुकानें मिल जाएंगी। हालांकि अब आवंटन स्थाई नहीं होगा, बल्कि दुकानें एक बार में पांच वर्ष के लिए दी जाएंगी। इसके बाद दूसरे दुकानदारों को भी मौका दिया जाएगा। नगर निगम ने पहले चरण में 100 दुकानें बनवाने की तैयारी की है।
पटरी से उजाड़े गए दुकानदारों का रोजगार छिन गया था
वर्ष 2013 के कुंभ के पहले सिविल लाइंस में महात्मा गांधी मार्ग, नवाब युसूफ रोड, रामबाग, हाशिमपुर रोड, कमला नेहरू रोड, थार्नहिल रोड, दयानंद मार्ग समेत अन्य इलाकों में पटरी पर बनी पक्की दुकानों को गिरा दिया गया था। इनमें खान-पान, फल समेत फोटोस्टेट आदि की दुकानें चल रही थीं। इससे बड़ी संख्या में लोगों का रोजगार छिन गया था। दुकानदार विस्थापन की मांग कर रहे थे, लेकिन उस दौरान कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद 2019 के कुंभ के पहले भी तमाम इलाकों में पटरी दुकानदारों को उजाड़ा गया। अब इन दुकानदारों को नए सिरे से दुकानें आवंटित करने की योजना नगर निगम ने तैयार की है।
नगर निगम को सौ दुकानें बनवाने के लिए धनराशि स्वीकृत
नगर निगम पहले चरण में सौ दुकानें बनवाएगा। इसके लिए 1.35 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी मिल गई है। प्रत्येक दुकान 1.35 लाख रुपये की लागत से तैयार होगी। महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने बताया कि दुकानों के लिए जमीन चिह्नित की जा रही है। जैसे-जैसे स्थान तय होगा, दुकानों का निर्माण शुरू कराया जाएगा। बताया कि दुकानों का आवंटन स्थाई नहीं होगा। ऐसा इसलिए कि एक किसी को दुकान मिलने के बाद अगले पांच वर्ष में वह इससे आमदनी करके अपने लिए कहीं स्थाई दुकान की व्यवस्था कर सके। इसके बाद दुकान दूसरे लोगों को आवंटित की जाएगी।
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