Municipal Corporation Prayagraj : 10 माह की जद़दोजहद के बाद डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को एजेंसियां चयनित
दोनों पैकेज में तीन-तीन एजेंसियां शामिल हुई थीं। इसमें से दिल्ली और जयपुर की एजेंसियों के चयन पर कमेटी की सहमति लगभग बन गई है। एजेंसियों का नाम फाइनल करके शासन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव जल्द शासन को भेजा जाएगा।
प्रयागराज,जेएनएन। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन (डीटीडीसी) के लिए नगर निगम प्रशासन ने 10 महीने बाद एजेंसियों का चयन लगभग पूरा कर लिया है। दिल्ली और जयपुर की दो एजेंसियां टेक्निकल के बाद फाइनेंसियल बिड भी क्वालीफाई कर ली हैं। एजेंसियों के सबसे कम में टेंडर डालने के कारण निविदा कमेटी की सहमति इन एजेंसियों के प्रति बन गई है। एक-दो दिनों में एजेंसियों के नाम फाइनल कर दिए जाएंगे।
शासन की अनुमति का इंतजार
निगम प्रशासन का हरी-भरी से दिसंबर-2019 में डीटीडीसी का करार समाप्त हो गया था। उसके बाद से शहर के ज्यादातर हिस्सों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम ठप है। इससे लोगों के घरों से नियमित कूड़ा नहीं उठ पाता है। कूड़ा देने के लिए लोग सफाईकर्मी के आने का इंतजार करते हैं। डीटीडीसी के लिए एजेंसियों के चयन के लिए निगम के पर्यावरण विभाग की ओर से दो पैकेज में टेंडर निकाले गए थे। दोनों पैकेज में तीन-तीन एजेंसियां शामिल हुई थीं। इसमें से दिल्ली और जयपुर की एजेंसियों के चयन पर कमेटी की सहमति लगभग बन गई है। एजेंसियों का नाम फाइनल करके शासन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव जल्द शासन को भेजा जाएगा। शासन की हरी झंडी मिलने पर सदन से इसे पारित कराकर 40-40 वार्डों में डीटीडीसी की जिम्मेदारी एजेंसियों को दी जाएगी।
यूजर चार्ज के नए रेट के निर्धारण पर भी मंथन
पहले छोटे घरों से 50 और कामर्शियल प्रतिष्ठानों से 1500 रुपये यूजर चार्ज महीने में लिया जाता था। हालांकि, अब यूजर चार्ज के नए रेट के निर्धारण पर मंथन हो रहा है। कहा जा रहा है कि रेट का निर्धारण इस तरह से करने पर विचार हो रहा है कि यूजर को देने में दिक्कत न हो।