..तो निगम अभियंताओं में समाया थर्ड पार्टी एजेंसी का भय
जासं,इलाहाबाद: कुंभ मेले के कार्यो की जांच थर्ड पार्टी एजेंसी के जरिए करने को लेकर अभिय
जासं,इलाहाबाद: कुंभ मेले के कार्यो की जांच थर्ड पार्टी एजेंसी के जरिए करने को लेकर अभियंताओं और ठेकेदारों में भय समाया हुआ है। एजेंसी की जांच में किसी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए नगर निगम का इंजीनिय¨रग विभाग बड़े कार्यो को कराने से बच रहा है। जार्जटाउन क्षेत्र की कई सड़कों और ड्रेनेज का कार्य दूसरे विभागों से कराने पर महापौर अभिलाषा गुप्ता ने आपत्ति की हैं। उन्होंने मामले में नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया को कड़ा पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है।
महापौर ने निगम के मुख्य अभियंता के पत्र संख्या 48/एसटीसीई/18 दिनांक 20 फरवरी, 2018 का संज्ञान लिया है, जो अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग को संदर्भित है। उसमें जार्जटाउन क्षेत्र की सीवाई चिंतामणि रोड, अमरनाथ झा मार्ग, लिडिल रोड, आरएन बनर्जी रोड की चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण और ड्रेनेज निर्माण का हवाला है। पत्र में ये भी जिक्र है कि 14 फरवरी, 2018 को हुई बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक सड़कों का काम एडीए और ड्रेनेज का काम लोक निर्माण विभाग से कुंभ मेला के लिए कराने का फैसला लिया गया है। महापौर ने इस पत्र के मामले में नगर आयुक्त से स्पष्ट करने के लिए कहा है कि अब तक कितने कार्य किन विभागों से कराए जाने की संस्तुति की गई है। उन्होंने सवाल किया है कि क्या निगम में कार्यरत अभियंता उक्त कामों को कराने में अक्षम थे? क्या उनकी योग्यता पर विभाग को किसी प्रकार का संदेह है? निगम में कार्यरत अभियंताओं पर प्रतिमाह वेतन व अन्य भत्तों पर करीब एक करोड़ रुपये खर्च होता है। यदि इस समय कार्यरत अभियंता काम करने में अक्षम हों तो तत्काल शासन को अवगत कराते हुए इन्हें कार्य से मुक्त करने की कार्रवाई की जाए।
अन्य विभागों को सौंपे गए कार्य वापस लेने के निर्देश: महापौर ने कुंभ मेला के तहत कराए जाने वाले कार्यो की सूची नगर आयुक्त को उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए कहा है कि जो काम दूसरे विभागों को सौंपे गए हैं, उन्हें वापस लेते हुए निगम द्वारा कराए जाएं। महापौर का मानना है कि थर्ड पार्टी एजेंसी की जांच के भय से निगम के अभियंता बड़े कार्यो को कराने से पीछे हट रहे हैं।
नई इंटरलाकिंगें उखड़वाने की शासन से होगी शिकायत: फूलपुर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों भाजपा के तमाम शीर्ष पदाधिकारियों का शहर में आना-जाना लगा है। इन पदाधिकारियों ने शहर के भ्रमण के दौरान कई जगहों पर कुंभ के कामों के लिए नई इंटरलाकिंग को उखड़वाते हुए देखा है। पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत शासन में करने को कहा है। एक-एक इंटरलाकिंग बनवाने में निगम ने लाखों रुपये खर्च किए हैं। हालांकि, नगर आयुक्त पहले कह चुके हैं कि इंटरलाकिंग में इस्तेमाल की गई ईटें और बालू का रीयूज किया जाएगा। लेकिन यहां सवाल ये उठ रहा है कि क्या जिन सड़कों पर नई इंटरलाकिंग बिछी हैं, उन सड़कों के टेंडर अथवा वर्कआर्डर में इसका जिक्र है अथवा नहीं। अगर नहीं है तो फिर इसका फायदा किसे होगा।