भाई, मां को डूबता देख नहर में लगाई छलांग लेकिन मासूम नहीं बच सका
बहरिया के करनाईपुर गांव में मासूम की नहर में डूबने से मौत हो गई। बचाने के लिए नहर में कूदे उसके भाई और मां को ग्रामीणों ने बचा लिया।
प्रयागराज : बहरिया के करनाईपुर गांव में नहर में सात वर्षीय बालक गिर गया। उसे बचाने के लिए मां उसमें कूद गई। दोनों को डूबता देख दस वर्षीय दूसरा बालक भी उन्हें बचाने नहर में उतर गया। हो-हल्ला मचने पर ग्रामीणों ने तीनों को बाहर तो निकाल लिया, लेकिन मासूम का जीवन नहीं बचा सके। दस वर्षीय भाई और उसकी मां को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया तब जाकर उनकी हालत सामान्य हो सकी।
कैसे हुई घटना
करनाईपुर गांव निवासी सुमन पत्नी मुकुंद लाल दो बेटों के साथ नहर के किनारे शौच को गई थी। सात वर्षीय बेटा लल्ले नहर के किनारे पहुंचा। साथ में मां भी थी। अचानक लल्ले का पैर फिसल गया और वह पानी में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए मां पानी में कूद गई, लेकिन गहराई अधिक होने के कारण वह भी डूबने लगी। पास में ही मौजूद 10 वर्षीय राज ने शोर मचाते हुए मां और भाई को बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। पानी में डूब रहे राज व सुमन को ग्रामीणों ने बाहर निकाला और एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस आने मे दो घंटे का समय लग गया।
पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल
इसी बीच सूचना पर प्रभारी निरीक्षक बहरिया संजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और तत्काल एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। सुमन का प्राथमिक उपचार चल ही रहा था कि तब एंबुलेंस पहुंची।
जाल डालकर लल्ले का शव निकाला
उधर नहर में डूबे लल्ले की तलाश के लिए नहर में जाल डाला गया। करीब दो सौ मीटर दूर लल्ले का शव बरामद हुआ। पिता मुकुंद लाल ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। तब पुलिस ने पंचनामा भरकर उसे परिजनों को दे दिया। मासूम की मौत से परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है।