खुशियों वाले घर में मातम, इकलौते बेटे के तिलकोत्सव के दूसरे ही रोज छत से गिरकर मां की मौत
प्रवेश कुमार का सोमवार को तिलक समारोह आयोजित था। घर के लोगों के साथ रिश्तेदार व साथी सब तिलक में शामिल होने के लिए जुटे थे। कार्यक्रम के लिए घर की छत पर टेंट लगा था। तिलक के बाद सभी लोग तिलकोत्सव की खुशियां मनाने में मशगूल थे।
प्रतापगढ़, जेएनएन। इकलौते बेटे के तिलकोत्सव के अगले ही दिन छत से गिरने से मां की मौत हो गई। महिला की मौत से तिलक और विवाह की तैयारी के बीच घर में बनीं खुशियां पल गम में तब्दील हो गई। घर में मौजूद रिश्तेदार व अन्य लोग गमगीन हो गए।
जुटे थे रिश्तेदार, छाई थीं खुशियां
अंतू थाना क्षेत्र के किठावर बाजार निवासी शीतला बक्श सिंह उर्फ नन्हे के बेटे प्रवेश कुमार का सोमवार को तिलक समारोह आयोजित था। घर के लोगों के साथ रिश्तेदार व साथी सब तिलक में शामिल होने के लिए जुटे थे। कार्यक्रम के लिए घर की छत पर टेंट लगा था। तिलक के बाद सभी लोग तिलकोत्सव की खुशियां मनाने में मशगूल थे। इस बीच मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे शीतला बक्श की पत्नी मनोरमा ङ्क्षसह (55) छत पर गई। छत पर रेलिंग नहीं लगी है। अचानक पैर फिसलने से वह नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं।
मायके आई बेटियां करने लगीं विलाप
परिवार के लोग उन्हें लेकर जिला अस्पताल गए। वहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। मनोरमा की मौत से परिवार के लोग रो-रोकर बेहाल हैं। वहीं बेटे के तिलक की खुशियां अचानक गम में बदल गई। घर पर रुके रिश्तेदार व अन्य लोग भी अवाक हैं। मनोरमा को एक बेटा व तीन बेटियां हैं। सभी बेटियों की शादी हो गई है। वह अपने ससुराल में रहती हैं। भाई की तिलक पर सभी बेटियां घर पर आई थी। अचानक मां की हादसे में मौत हो जाने से वह रोने और विलाप करने लगीं। स्वजन दोपहर शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए श्रृंगवेरपुर चले गए। अंतू पुलिस ने घटना की जानकारी होने से इन्कार किया है।