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प्रतापगढ़ में 11 साल बाद भी नहीं बन सका अंतू का मॉडल स्कूल

शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्ता परक शिक्षक उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से जनपद के सभी विकास खंडों में माडल स्कूल की स्थापना कराए जाने का निर्णय लिया था। अंग्रेजी माध्यम के इस स्कूल में इंटर स्तर की कक्षाएं संचालित होनीं थीं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 03:39 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 03:39 PM (IST)
प्रतापगढ़ में 11 साल बाद भी नहीं बन सका अंतू का मॉडल स्कूल
जनपद के सभी विकास खंडों में माडल स्कूल की स्थापना कराए जाने का निर्णय लिया था।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में अभिभावकों का अपने बच्चों को मॉडल स्कूल में पढ़ाने का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है। इस वर्ष भी छात्र- छात्राएं सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई के लिए शहर की ओर भटक रहे हैं। संडवा चंद्रिका क्षेत्र के बाबूगंज अंतू में 11 साल से बन रहा मॉडल स्कूल अभी तक पूरा नहीं हो सका है। इस ढिलाई से स्थानीय लोगों में निराशा और नाराजगी है।

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सीबीएसई बोर्ड से होगी पढ़ाई

शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्ता परक शिक्षक उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से जनपद के सभी विकास खंडों में माडल स्कूल की स्थापना कराए जाने का निर्णय लिया था। अंग्रेजी माध्यम के इस स्कूल में इंटर स्तर की कक्षाएं संचालित होनीं थीं। सीबीएसई बोर्ड से बच्चों का पठन पाठन होना था। इसके लिए शासन ने चार करोड़ रुपए के बजट की व्यवस्था की थी। वर्ष 2009 में शुरू हुए स्कूल भवन के निर्माण का कार्य 11 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका। इसके चलते भवन निर्माण की लागत भी बढ़ गई है।

बेहद धीमी गति से निर्माण कार्य

क्षेत्र के अभिभावकों का सपना था कि मॉडल स्कूल बन जाने से गरीब घर के बच्चे भी बेहतर शिक्षा हासिल कर सकेंगे, लेकिन उनका सपना पूरा नहीं हो सका। भवन निर्माण जिस गति से हो रहा है उससे तो यह साफ दिखाई पड़ रहा है कि इस स्कूल में जल्द शिक्षण कार्य  शुरू होने की उम्मीद काफी कम है। इस संबंध में डीआइओएस सर्वदा नंद ने बताया कि कार्यों में लापरवाही पर कार्यदायी संस्था पर एफआइआर कराई गई थी। कार्यदायी संस्था के लोग बिना कार्य कराए भाग गए थे। अब शासन स्तर पर दूसरी कार्यदायी संस्था से कार्य कराने पर मंथन चल रहा है। अंतू के साथ दो और मॉडल स्कूल बिनवा दुबौली व संग्रामगढ़ भी हैं, जो अभी तक पूरे नहीं हो सके।


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