खुशबू को जमीन निगल गई या फिर आसमान, थाने से लापता हुई थी Prayagraj News
शिवकुटी के रहने वाले संतोष की बेटी खुशूब का 20 दिन बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है। वह कर्नलगंज थाने से लापता हो गई थी। उसके माता-पिता परेशान हैं।
By Edited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 07:45 PM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 08:30 AM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। शिवकुटी में रहने वाले ट्राली चालक संतोष कुमार 20 दिन पहले कर्नलगंज थाने से लापता बेटी खुशबू की तलाश करते थक गए हैं। पुलिस मदद नहीं कर रही है। आलम यह है कि इतने दिन बाद रविवारको कर्नलगंज थाने से उन्हें एफआइआर की प्रति दी गई। साथ ही यह सलाह भी दी गई कि बेटी शहर में कहीं होगी, खोजते रहो, किसी दिन मिल ही जाएगी।
मूक-बधिर खुशबू 12 अगस्त की रात कर्नलगंज थाने में थी
पूरा गड़ेरिया मोहल्ले में रहने वाले संतोष की 17 वर्षीय बेटी खुशबू मूक बधिर है। 12 अगस्त की रात करीब 10 बजे वह घर के बाहर से लापता हो गई। आधी रात लोगों ने उसे प्रयाग स्टेशन के पास भटकता देखा तो 100 नंबर पर सूचना दी। उसे पुलिस कर्नलगंज थाने ले गई। उसे रात भर महिला सिपाही की निगरानी में रखा गया। सुबह वह थाने से गायब हो गई।
पिता को कर्नलगंज और शिवकुटी थाने के बीच दौड़ाया जा रहा
बेटी को खोजते हुए माता-पिता कर्नलगंज थाने गए तो उन्हें भी यही बताया गया कि उनकी लड़की रात भर थाने में रही फिर वह पता नहीं कहां चली गई। तब से संतोष को कर्नलगंज और शिवकुटी थाने के बीच दौड़ाया जा रहा है।
एसएसपी ने आदेश पर कर्नलगंज थाने में दर्ज हुआ केस
उनकी फरियाद पर एसएसपी ने आदेश दिया तो कर्नलगंज थाने में खुशबू के अपहरण का केस लिखा गया। कई दिन टालने के बाद रविवार दोपहर संतोष को कर्नलगंज पुलिस ने रिपोर्ट की प्रति दी। बेटी के बारे में पूछने पर पुलिस टका सा जवाब देती है कि कहीं भटक रही होगी। संतोष को बेटी से अनहोनी की आशंका सता रही है।
डीआइजी ने पुलिस की लापरवाही मानी
इस घटना में डीआइजी केपी सिंह ने भी माना है कि पुलिस ने बड़ी लापरवाही की है। लड़की को थाने से अकेले नहीं जाने दिया जा सकता है।
मूक-बधिर खुशबू 12 अगस्त की रात कर्नलगंज थाने में थी
पूरा गड़ेरिया मोहल्ले में रहने वाले संतोष की 17 वर्षीय बेटी खुशबू मूक बधिर है। 12 अगस्त की रात करीब 10 बजे वह घर के बाहर से लापता हो गई। आधी रात लोगों ने उसे प्रयाग स्टेशन के पास भटकता देखा तो 100 नंबर पर सूचना दी। उसे पुलिस कर्नलगंज थाने ले गई। उसे रात भर महिला सिपाही की निगरानी में रखा गया। सुबह वह थाने से गायब हो गई।
पिता को कर्नलगंज और शिवकुटी थाने के बीच दौड़ाया जा रहा
बेटी को खोजते हुए माता-पिता कर्नलगंज थाने गए तो उन्हें भी यही बताया गया कि उनकी लड़की रात भर थाने में रही फिर वह पता नहीं कहां चली गई। तब से संतोष को कर्नलगंज और शिवकुटी थाने के बीच दौड़ाया जा रहा है।
एसएसपी ने आदेश पर कर्नलगंज थाने में दर्ज हुआ केस
उनकी फरियाद पर एसएसपी ने आदेश दिया तो कर्नलगंज थाने में खुशबू के अपहरण का केस लिखा गया। कई दिन टालने के बाद रविवार दोपहर संतोष को कर्नलगंज पुलिस ने रिपोर्ट की प्रति दी। बेटी के बारे में पूछने पर पुलिस टका सा जवाब देती है कि कहीं भटक रही होगी। संतोष को बेटी से अनहोनी की आशंका सता रही है।
डीआइजी ने पुलिस की लापरवाही मानी
इस घटना में डीआइजी केपी सिंह ने भी माना है कि पुलिस ने बड़ी लापरवाही की है। लड़की को थाने से अकेले नहीं जाने दिया जा सकता है।
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