कार्रवाई से पहले खनन विभाग के कर्मियों का तबादला Prayagraj News
आरोप है कि चार ट्रैक्टर इन कर्मियों ने नियम विरुद्ध छोड़ दिया था। इसकी शिकायत उसी समय उच्च अधिकारियों तक पहुंच गई थी। उसके बाद तीनों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही थी। इधर महीने भर पहले सर्वेक्षक योगेश शुक्ला का तबादला लखनऊ हो गया।
प्रयागराज, जेएनएन। मई में चेकिंग के दौरान निष्पक्ष काम नहीं करने के आरोप में खनन विभाग के सर्वेक्षक योगेश शुक्ला, मोहर्रिर कुंदन कुमार और विनोद राजकमल के खिलाफ अब कार्रवाई की गई है। इसमें तीनों पर अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए उनका पक्ष मांगा गया है। लेकिन, अब तीनों का यहां से तबादला हो चुका है। इस मामले में कई और पर भी कार्रवाई हो सकती है।
आरोप है कि मई में चेकिंग के दौरान ओवरलोड बालू लदे 16 ट्रैक्टर पकड़े गए थे। लेकिन, खनन विभाग ने 12 ट्रैक्टरों पर ही कार्रवाई की थी। आरोप है कि चार ट्रैक्टर इन कर्मियों ने नियम विरुद्ध छोड़ दिया था। इसकी शिकायत उसी समय उच्च अधिकारियों तक पहुंच गई थी। उसके बाद तीनों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही थी। इधर, महीने भर पहले सर्वेक्षक योगेश शुक्ला का तबादला लखनऊ हो गया। जबकि, मोहर्रिर कुंदन कुमार सोनभद्र और विनोद राजकमल स्थानांतरित होकर महोबा चले गए। दूसरी ओर इस घटना के बाद खनन विभाग ने चेकिंग तेज कर दिया था। खनन अधिकारी मिथिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि पिछले दो-तीन महीनों में कार्रवाई लगातार हुई है। इस दौरान तीन सौ से अधिक ट्रैक्टर और ट्रक पकड़े गए हैं। इनमें से अधिकतर मामले ओवरलोड के थे, जबकि कुछ मामले बिना रवन्ना के भी हैं।
गिट्टी के परिवहन में रवन्ना का खेल
यमुनापार से गिट्टी का बड़े पैमाने पर खनन होता है। यहां से प्रदेशभर में सड़क निर्माण के लिए सफेद गिट्टी की सप्लाई होती है। इस दौरान सबसे अधिक गिट्टी के पट्टे मेजा तहसील क्षेत्र में हैं। यहां से रोजाना चार से पांच सौ ट्रक गिट्टी लोड होती है। गिट्टी सप्लाई में बिना रवन्ना का भी मामला सामने आया है। बिना रवन्ना वाले ट्रक पुलिस, परिवहन और खनन विभाग की मिलीभगत से चल रहे हैैं।