प्रयागराज के साथ दुरुस्त होंगे मील के पत्थर
जिले का नाम प्रयागराज होने के बाद एक सप्ताह में मील के पत्थर पर प्रयागराज लिखा जाएगा। साथ ही उनकी मरम्मत, रंग-रोगन भी किया जाएगा।
प्रयागराज : प्रयागराज लिखे जाने के साथ ही मील के पत्थरों के दिन भी बहुर जाएंगे। सभी मील के पत्थर दुरुस्त किए जाएंगे। जो टूटे हैं, उनकी मरम्मत होगी। इसके साथ ही माइल स्टोन की रंगाई-पुताई भी की जाएगी। यह कार्य बुधवार से शुरू कराया जाएगा। एक सप्ताह के अंदर मंडल भर के लगभग पौने दो लाख मील के पत्थरों पर प्रयागराज लिखे जाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर में पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, नगर पंचायत व अन्य सभी विभागों के मार्गों पर लगे माइल स्टोन पर इलाहाबाद के स्थान पर प्रयागराज लिखा जाएगा। इन विभागों के दूरी दर्शाने वाले बोर्डों पर भी प्रयागराज लिखे जाने का कार्य बुधवार से शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता हिमांशु मित्तल का कहना है कि , माइल स्टोन जो क्षतिग्रस्त हुए हैं उनकी मरम्मत भी इसी के साथ होगी। इसके अलावा उनकी रंगाई और पुताई भी हो जाएगी। यही नहीं जो मार्ग नए बने हैं, वहां मील के पत्थर पर लिखी गई दूरी भी ठीक कराई जाएगी। डीएम सुहास एलवाई ने मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को इस बाबत निर्देश दिए।
20 के बाद की फाइलों पर प्रयागराज :
डीएम ने मंगलवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया है। इसके तहत 20 अक्टूबर के बाद जो भी फाइलें उनके सामने पेश हों, उनमें प्रयागराज ही लिखा होना चाहिए, तभी हस्ताक्षर होंगे।
जल्द ही मंडल भी होगा प्रयागराज :
जिले का नाम बदलने के बाद अब जल्द ही इलाहाबाद मंडल का नाम भी प्रयागराज हो जाएगा। मंडलायुक्त डॉ.आशीष कुमार गोयल की ओर से इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। एक हफ्ते में इसकी भी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और तब मंडल का नाम भी प्रयागराज करने का शासनादेश जारी हो जाएगा। दरअसल, शासन की ओर से जिले का नाम तो बदल दिया गया, मगर मंडल के नाम में परिवर्तन न होने से असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई। फिर मंडलायुक्त ने शासन के अधिकारियों से वार्ता कर प्रस्ताव भेजा।