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मौला महराज की संपत्ति को लेकर दूसरी पत्नी व भांजे में बढ़ा विवाद

मौला महराज उर्फ श्याम नारायण करवरिया की संपित्‍ति को लेकर उनकी दूसरी पत्‍नी, बच्‍चों और भांजे में विवाद खड़ा हो गया है। भांजे ने आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 02:31 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 02:31 PM (IST)
मौला महराज की संपत्ति को लेकर दूसरी पत्नी व भांजे में बढ़ा विवाद
मौला महराज की संपत्ति को लेकर दूसरी पत्नी व भांजे में बढ़ा विवाद

जासं, इलाहाबाद : पड़ोसी जनपद कौशांबी में मंझनपुर थाना क्षेत्र के गांव चकथांबा निवासी मौला महराज उर्फ श्याम नारायण करवरिया के निधन के एक दशक बाद उनकी संपत्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उनकी संपत्ति को उनके भांजे पवन कुमार दुबे उर्फ अन्नू निवासी थुलगुला, कड़ा ने वरासत करा लिया है तो उनकी दूसरी पत्नी और बच्चों ने संपत्ति में दावा किया है। ऐसे में रविवार को अन्नू ने आठ लोगों के खिलाफ मंझनपुर थाने में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। मामला दर्ज होने के बाद दूसरे पक्ष ने संपत्ति में दावा होने का दस्तावेज पेश किया है।

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 मौला महराज की कौशांबी, फतेहपुर और इलाहाबाद में ढेरों प्रापर्टी है। उनकी पहली पत्नी बृजरानी से कोई संतान नहीं थी। उनकी दूसरी पत्नी रामा देवी के तीन बच्चे राजू, राजन, देवराज हैं। उनके ङ्क्षजदा रहते संपत्ति का कोई विवाद नहीं था। उनके और उनकी पत्नी के निधन के बाद संपत्ति का विवाद शुरू हो गया है। दरअसल मौला महराज के बहनोई विष्णु कुमार दुबे का सालों पहले निधन हो गया था। तब उन्होंने अपने भांजे पवन दुबे को अपने पास रख लिया। बुढ़ापे में पवन ने अपने मामा और मामी की सेवा की। साल भर पहले उनकी मामी बृजरानी का निधन हो गया। निधन होने से पहले उन्होंने सारी संपत्ति पवन के नाम वरासत कर दी।

 पवन के नाम करोड़ों की संपत्ति जाने के मौला महराज की दूसरी पत्नी और उनके बच्चों ने हिस्सा मांगा। इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई पर पवन नहीं माने। ऐसे में रामा देवी ने संपत्ति में हिस्से के लिए खागा तहसील में वाद दायर किया। उन्होंने कहा कि वह दूसरी पत्नी हैं, इसलिए उनका आधी संपत्ति में हक बनता है। बृजरानी अपने हिस्से की संपत्ति पवन के नाम वरासत कर दी है लेकिन उनके हिस्से का वह नहीं कर सकती हैं। खागा के नायब तहसीलदार ने सुनवाई करते हुए रामा देवी और उनके तीनों बेटों को धाता की संपत्ति में सह खातेदार का आदेश कर दिया।

 उसके बाद अन्य जिलों की संपत्ति में भी उन्होंने हिस्से के लिए वाद दायर किया लेकिन पवन दुबे ने कहा कि मौला महराज की पत्नी बृजरानी हैं। इसलिए रामा देवी का कोई हक नहीं है। उन्होंने रविवार को मंझनपुर थाने में रामा देवी, उनके तीनों बेटे और मौला महराज के भाई और भतीजे पर दस्तावेज में छेडख़ानी का मुकदमा दर्ज कराया। ऐसे में दूसरे पक्ष ने पुलिस को दस्तावेज दिए और बताया वह हिस्सेदार हैं। उनके पास सभी रिकार्ड हैं। इस घटना आहत भतीजे पुष्पराज ने कहा कि वह पवन दुबे के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे।


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