नकली दवा के खेल में कई नाम होंगे बेनकाब, तीन आरोपितों को भेजा गया जेल Prayagraj News
वाहन चालक गंगागंज करेली के नीरज त्रिपाठी उर्फ राम करेली के गोविंद कुमार और दरियाबाद अतरसुइया के मो. सुलेमान को जेल भेज दिया गया। मामले में दवा कारोबारी सुल्तानपुर भावा निवासी मो. कमाल अहमद कटरा के मो. आदिल व नया पुरवा करेली के मो. तन्नू को वांछित किया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। दवा का अवैध तरीके से कारोबार करने वाले शख्स करेली निवासी तन्नू के घर में गोदाम बनाया गया था। वहीं, अलग-अलग स्थानों से दवा मंगा रखी जाती थी। इसके बाद ऑन डिमांड और पहले से ऑर्डर लेकर सप्लाई करते थे। मंगलवार रात भी सोरांव के गद्दोपुर में एक शख्स को 12 लाख रुपये की दवा पहुंचानी थी, लेकिन उससे पहले गिरोह का भंडाफोड़ हो गया। अतरसुइया पुलिस का दावा है कि फरार दवा कारोबारियों की गिरफ्तारी होने पर कई और शख्स बेनकाब हो सकते हैं।
जेल भेजे गए तीनों वाहन चालक
गिरफ्तार वाहन चालक गंगागंज करेली के नीरज त्रिपाठी उर्फ राम, करेली के गोविंद कुमार और दरियाबाद अतरसुइया के मो. सुलेमान को बुधवार शाम जेल भेज दिया गया। मामले में दवा कारोबारी सुल्तानपुर भावा निवासी मो. कमाल अहमद, कटरा के मो. आदिल व नया पुरवा करेली के मो. तन्नू को वांछित किया गया। इनकी तलाश में गुरुवार को करेली समेत कई स्थानों पर छापेमारी की गई, लेकिन पकड़ में नहीं आए।
मोबाइल बंदकर छिपे हैं आरोपित
इंस्पेक्टर अतरसुइया दीपक कुमार ने बताया कि अभियुक्तों ने अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर लिया है। घर छोड़कर फरार हैं। कुछ करीबियों को उठाकर उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। मंगलवार रात अतरसुइया थाने के दारोगा अरविंद सोनकर, महाबीर सिंह और ओपी सिंह ने कूड़ाखाना रानीमंडी के पास से तीन वाहनों को पकड़ लिया। पूछताछ में चालकों ने गाड़ी में मैदा होने की बात कही, लेकिन जांच की गई तो मैदा के नीचे गत्ते में करीब 12 लाख रुपये कीमत की दवा मिली। सभी को पकड़कर थाने ले जाया गया, वहां ड्रग इंस्पेक्टर गोविंद गुप्ता ने जांच की और फिर कागजात व लाइसेंस नहीं मिलने पर मुकदमा कायम किया गया। इससे पहले खुल्दाबाद पुलिस भी करोड़ों रुपये की अवैध दवा पकड़ चुकी है।
आदिल ने भेजी थी अवैध दवाएं
पुलिस का कहना है मो. कमाल ने गद्दोपुर में अवैध दवाई देने की बात कही थी। इसके बाद आदिल ने उसे वाहन में लोड करवाया था। चालकों को बताया गया था कि गद्दोपुर पहुंचने पर एक शख्स मिलेगा, जिसके ठिकाने पर इसे उतारना है। अवैध दवा लेकर जब तीनों चालक अपने-अपने वाहन से जा रहे थे तो उनके साथ दो शख्स बाइक से आगे-आगे चल रहे थे, मगर पुलिस के रोकते ही दोनों वहां से फरार हो गए। पुलिस कहना है कि अवैध कारोबार में वाहन चालक भी शामिल रहते थे। यही कारण है कि उन्हें किराया के बारे में नहीं पता है।