गृहकर अदा न करने वाली कई सरकारी संस्थाएं नगर निगम की हिट लिस्ट में शामिल Prayagraj News
नगर निगम के बड़े गृहकर बकाएदारों में सबसे ऊपर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) है। एनसीजेडसीसी ने पिछले 10 वर्ष से गृहकर जमा ही नहीं किया है।
प्रयागराज, जेएनएन। शहर के कई बड़े बकाएदार नगर निगम की हिट लिस्ट में हैैं। इनमें सरकारी संस्थानों से लेकर निजी मकानों के मालिक भी शामिल हैैं। नगर निगम ने गृहकर के ऐसे सभी बकाएदारों को नोटिस जारी किया है। भुगतान न करने पर नियमानुसार, चल संपत्ति अधिगृहित करने की भी तैयारी है। सरकारी संस्थानों पर चार करोड़ 81 लाख 10 हजार 383 रुपये गृहकर बकाया है, जबकि 20 निजी बकाएदारों से निगम को 10 करोड़ 50 लाख 66 हजार 454 रुपये वसूलने हैैं।
सबसे अधिक एनसीजेडसीसी पर गृहकर का बकाया
नगर निगम के बड़े गृहकर बकाएदारों में सबसे ऊपर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) है। एनसीजेडसीसी ने पिछले 10 वर्ष से गृहकर जमा ही नहीं किया है। अब तक दो करोड़ 17 लाख 46 हजार 515 रुपये बकाया है। कई बार नोटिस भेजने के बाद भी बकाया नहीं जमा किया गया। प्रयाग संगीत समिति ने 11 वर्ष से गृहकर नहीं अदा किया है। इस पर 92 लाख 74 हजार 940 रुपये बकाया है। बकाएदारों की सूची में सचिव जिला सहकारी समिति तीसरे नंबर पर है। इस पर 39 लाख 16 हजार 462 रुपये की देनदारी है। समिति ने भी 11 वर्ष से गृहकर नहीं अदा किया है।
ध्यान देने योग्य खास बातें
- चार करोड़ 81 लाख 10 हजार 383 रुपये बकाया है 10 सरकारी संस्थानों पर
- 10 करोड़ 50 लाख 66 हजार 454 रुपये की देनदारी है 20 निजी भवन स्वामियों पर
- नगर निगम ने गृहकर के सभी बड़े बकाएदारों को जारी किया नोटिस
- नोटिस की समय सीमा बीतने के बाद अधिगृहित होगी चल संपत्ति
ये संस्थाएं भी हैं बकाएदार
बकाएदारों में एजीयूपी के तीन भवन हैैं। 20 ए, सरोजनी नायडू मार्ग स्थित भवन का 31 लाख 37 हजार 821 रुपये, एजीयूपी 20बी, सरोजनी नायडू मार्ग स्थित भवन पर 20 लाख 189 रुपये और एजीयूपी 20/18, सरोजनी नायडू मार्ग स्थित भवन पर छह लाख 19 हजार 170 रुपये गृहकर बकाया है। इस सूची में इलाहाबाद बैैंक की पीडी टंडन मार्ग स्थित शाखा भी शामिल है, जिस पर 15 लाख आठ हजार 476 रुपये बकाया है। सचिव माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड एवं प्रधानाचार्य आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान भी बड़े बकाएदारों में शामिल है। चयन बोर्ड पर 22 लाख 14 हजार 379 एवं आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान पर 21 लाख 48 हजार 422 रुपये गृहकर बकाया है। एक और बड़े संस्थान पर 36 लाख 45 हजार 198 रुपये की देनदारी है।
बकाएदारों को पूर्व में कई बार नोटिस भेजा गया है
नगर निगम इन बकाएदारों को पूर्व में कई बार नोटिस भेज चुका है। वित्त वर्ष की शुरुआत में भी नोटिस भेजा गया। लेकिन, इन संस्थानों ने अब तक गृहकर नहीं अदा किया।
बोले, नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी
नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र कहते हैं कि सरकारी संस्थानों के अलावा गृहकर के निजी बड़े बकाएदारों को नोटिस भेजा जा चुका है। नोटिस की समय सीमा बीतने के बाद बकाएदारों की चल संपत्ति नियमानुसार अधिगृहित की जाएगी।