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Coronavirus Prayagraj (Allahabad) News : महामारी के लक्षण हैं पर नहीं करा रहे जांच, शुरू हुआ सर्वे तो खुला मामला

डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्राथमिक लक्षण है बुखार खांसी जुकाम व सांस लेने में तकलीफ। कोरोना काल के पहले यह सब बीमारी सामान्य थी लेकिन अब ऐसा नहीं है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 11:39 AM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 03:39 PM (IST)
Coronavirus Prayagraj (Allahabad) News : महामारी के लक्षण हैं पर नहीं करा रहे जांच, शुरू हुआ सर्वे तो खुला मामला
Coronavirus Prayagraj (Allahabad) News : महामारी के लक्षण हैं पर नहीं करा रहे जांच, शुरू हुआ सर्वे तो खुला मामला

प्रयागराज, जेएनएन। शहर में तमाम ऐसे मरीज भी हैं, जिनमें कोरोना वायरस के सभी लक्षण तो हैं लेकिन वह जांच कराने से बच रहे हैं। उन्हेंं भय है कि कहीं उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव न आ जाए और उन्हेंं कोविड अस्पताल में भर्ती न होना पड़े। ऐसे मरीजों का राजफाश तब हुआ, जब स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर पहुंचकर सर्वे करने लगी। जब परिवार के एक-एक सदस्यों के बारे में पूछताछ शुरू हुई तो बड़ी संख्या में ऐसे मरीज निकले, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिले। जब उनकी कोरोना जांच हुई तो वह पॉजिटिव भी निकले।

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घर में छिपकर बैठने से संक्रमण स्‍वजनों में फैलने का रहता है खतरा

डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्राथमिक लक्षण है बुखार, खांसी, जुकाम व सांस लेने में तकलीफ। कोरोना काल के पहले यह सब बीमारी सामान्य थी। हालांकि जब से कोरोना वायरस ने पांव पसारा, यह बीमारी खतरनाक हो गई है। ऐसा नहीं है कि सभी खांसी-बुखार कोरोना के लक्षण ही हैं। ऐसा भी नहीं कि खांसी-बुखार है तो वह कोरोना नहीं हो सकता। डॉक्टर कहते हैं कि खांसी-बुखार होने पर अपने मन से दवा न करें, डॉक्टर से संपर्क करें। यदि डॉक्टर को लगेगा कि उसमें कोरोना हो सकता है तो कोरोना की जांच कराएंगे। घर में छिपकर बैठने से यह संक्रमण परिवार के अन्य सदस्यों में भी फैलने का खतरा रहता है।

कोविड-19 के नोडल अधिकारी ने कहा-लक्षण है तो डॉक्‍टर को दिखाएं

कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि घर-घर हुए सर्वे में तमाम ऐसे मरीज मिले हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण थे। हालांकि वह डॉक्टर के पास जाने के बजाय घर में ही बैठे रहे। जांच में कई मरीज पॉजिटिव भी आए। यदि किसी को भी कोरोना वायरस का लक्षण लगता है तो वह डॉक्टर को दिखाएं और आवश्यकता होने पर कोरोना की जांच भी कराएं।

होम्योपैथिक व ईएसआइ अस्पताल में भर्ती होंगे पॉजिटिव मरीज

पिछले पांच दिनों में कोरोना के 200 से अधिक मरीज मिले हैं। ऐसे में लेवल वन, टू व थ्री अस्पतालों में मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है। बेली अस्पताल की बात करें तो चार दिन में यहां करीब 70 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हो गए हैं। कोविड 19 के नोडल डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि अब रेलवे अस्पताल को भी चालू करा दिया गया है। इसके बाद फाफामऊ स्थित होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के अस्पताल व नैनी के ईएसआइ अस्पताल को चालू कराया जाएगा। यहां कोरोना के मरीजों को भर्ती कराया जाएगा।


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