प्रयागराज, जागरण संवाददाता। जी हां, अगला महाकुंभ-2025 प्रयागराज में होगा। लाखों नहीं करोड़ों की संख्या में देश भर से श्रद्धालु यहां आकर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित करेंगे। विदेशों से भी पर्यटक संगम नगरी की शोभा देखने आएंगे। ऐसा हर बार होता रहा है। इतनी अधिक संख्या में आने वाले लोगों के लिए व्यवस्था पर्याप्त हो, उन्हें कोई असुविधा न हो, इसके लिए तैयारी अभी से शुरू हो गई है। यानी यूं समझिए कि महाकुंभ से पूर्व प्रयागराज की सूरत बदलने की तैयारी है।
214 करोड़ रुपये का बजट की मांग : महाकुंभ को लेकर प्रयागराज नगर निगम ने तैयारी तेज कर दी है। मेला क्षेत्र के आस-पास वाले इलाकों में बिजली, पानी, सड़क, सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए पिछले दिनों महापौर अभिलाषा गुप्ता की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें विकास कार्यों के लिए शासन से 214 करोड़ रुपये का बजट मांगने का निर्णय लिया गया है। इसकी कार्ययोजना शासन को भेज दी गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा का इंतजाम होगा : नगर निगम के चीफ इंजीनियर सतीश कुमार ने बताया तीर्थराज प्रयाग में लगने वाले महाकुंभ में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उस दौरान उन्हें परेशान न होना पड़े उसके लिए बजट मांग गया है। उससे मेला क्षेत्र व उसके आस-पास के मोहल्लों में सफाई, स्ट्रीट लाइट, सड़क, शौचालय, पेयजल, खड़ंजा आदि की व्यवस्था की जाएगी।
नए वार्डों के विकास के लिए शासन से मांगा 39 करोड़ का बजट : नगर निगम की ओर से विस्तारित क्षेत्र के विकास के लिए शासन से 39 करोड़ रुपये मांगा गया है। एक सप्ताह में बजट उपलब्ध होने की बात नगर निगम कह रहा है। चीफ इंजीनियर ने बताया कि मिलने वाले बजट में सबसे अधिक खर्च स्ट्रीट लाइट और सफाई व्यवस्था पर किया जाएगा। शहरी सीमा का विस्तार होने से अब शहर में 20 नए वार्ड बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।
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