Magh Mela-2020 : माघ मेला प्रशासन ने अब शुरू किया दलदल ट्रीटमेंट Prayagraj News
दलदल के कारण ही तैयारियां काफी पिछड़ गई हैं। माना जा रहा है कि ये दलदल मेला के दौरान यदि बारिश हो गई तो फिर समस्या पैदा कर सकता है। इसीलिए अब दलदल ट्रीटमेंट शुरू कराया गया है।
प्रयागराज,जेएनएन। संगम तट पर तंबुओं की नगरी बसाने में सबसे बड़ी चुनौती बने दलदल से निपटने के लिए प्रशासन ने नई तरकीब ढूंढ़ निकाली है। माघ मेला प्रशासन समेत कई विभागों ने अब दलदल ट्रीटमेंट शुरू कराया है। इसके लिए तीस से ज्यादा ट्रैक्टर और जेसीबी मशीनें लगाई गई हैैं।
झूंसी क्षेत्र और संगम के सरकुलेटिंग एरिया में है ज्यादा दलदल
दरअसल, इस साल गंगा और यमुना में बाढ़ काफी समय तक रही। इसके कारण दलदल ज्यादा हो गया है। खासतौर पर माघ मेला के झूंसी क्षेत्र और संगम के सरकुलेटिंग एरिया में ज्यादा दलदल है। दलदल के कारण ही तैयारियां काफी पिछड़ गई हैं। माना जा रहा है कि ये दलदल मेला के दौरान यदि बारिश हो गई तो फिर समस्या पैदा कर सकता है। इसीलिए अब दलदल ट्रीटमेंट शुरू कराया गया है। मेला प्रशासन ने संगम के सरकुलेटिंग एरिया और गंगा नदी के किनारों पर लगभग चार सौ बीघा दलदली जमीन का ट्रीटमेंट शुरू कराया है।
दलदली मिट्टी को जेसीबी से निकालकर पलटा जा रहा है
मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र ने बताया कि इस ट्रीटमेंट के तहत पहले दलदली मिट्टी को जेसीबी से निकालकर पलटा जा रहा है, फिर वहां ट्रैक्टर से जुताई कराई जा रही है। एक दिन सूखने के बाद उस पर सूखी मिट्टी डाली जा रही और अंत में बालू डाली जा रही है। इस ट्रीटमेंट से दलदल की समस्या खत्म हो जाएगी। लोक निर्माण विभाग ने त्रिवेणी और काली मार्ग के पांटून पुलों को बढ़ाने में दलदल ट्रीटमेंट शुरू किया है। सहायक अभियंता सत्येंद्रनाथ ने बताया कि दलदल ट्रीटमेंट कराने से काफी लाभ मिल रहा है। दोनों पांटून पुलों काली मार्ग और त्रिवेणी मार्ग का कार्य जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा।
खास बातें
04 सौ बीघा दलदली जमीन का कराया जा रहा है ट्रीटमेंट
30 ट्रैक्टर और आठ जेसीबी मशीन लगाई गई हैैं इस कार्य में
02 पांटून पुलों की दूरी बढ़ाने में भी झूंसी की ओर हो रहा काम
02 बड़े नालों की दलदली मिट्टी का भी कराया जा रहा ट्रीटमेंट