Magh Mela 2021 : सड़क पर नहीं हो रहा पानी का छिड़काव, धूल से कल्पवासी और संत परेशान
कल्पवासियों ने बताया कि मंगलवार को बसंत पंचमी का स्नान पर्व बीत गया है। अब तापमान कुछ बढ़ने लगा है और गर्मी का असर होने लगा है।इसलिए मेला क्षेत्र में बनी सड़कों से धूल उड़ने लगी है। इन सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव नहीं हो रहा है।
प्रयागराज,जेएनएन। माघ मेला के चार स्नान पर्व बीत चुके हैं। अभी दो स्नान पर्व बाकी है। मेला क्षेत्र में लाखों कल्पवासी अभी कल्पवास कर रहे हैं। लेकिन सुविधाओं को लेकर उनमें कुछ नाराजगी है। मेला प्रशासन की लापरवाही से कल्पवासियों को परेशानी हो रही है।
संगम और त्रिवेणी मार्ग पर ही होता है पानी का छिड़काव
कल्पवासियों ने बताया कि मंगलवार को बसंत पंचमी का स्नान पर्व बीत गया है। अब तापमान कुछ बढ़ने लगा है और गर्मी का असर होने लगा है।इसलिए मेला क्षेत्र में बनी सड़कों से धूल उड़ने लगी है। इन सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव नहीं हो रहा है। इससे धूल उड़ कर शिविर में आ रही है और दिक्कतें हो रही हैं। मेला क्षेत्र में चकर्ड प्लेट की सड़क पर पानी छिड़काव की जिम्मेदारी जल निगम के टैंकरों की है। लेकिन वह संगम मार्ग और त्रिवेणी मार्ग पर पानी छिड़काव करते हैं। बाकी मार्गो पर छिड़काव नहीं करते हैं। जिन मार्गों पर कल्पवासियों का बसेरा है वहां तो पिछले कई दिनों से रोड पर पानी का छिड़काव नहीं हुआ है। इसलिए दोपहर में धूल उड़ने लगती है। इसके अलावा सफाई भी बेहतर नहीं हो रही है सफाई के लिए बार-बार कहना पड़ रहा है। घाट पर लोगों ने गंदगी कर दी है उसे साफ करने की जरूरत है। मेला प्रशासन का पूरा फोकस संगम नोज और त्रिवेणी मार्ग पर रहता है। अन्य घाटों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां बनाया सार्वजनिक शौचालय की सफाई बहुत कम होती है। इससे होने वाली बदबू से परेशानी हो रही है। सार्वजनिक शौचालय की नियमित सफाई होनी चाहिए। लेकिन सफाई कर्मी अक्सर गायब ही रहते हैं।
मच्छरों का प्रकोप बढ़ा
मेला क्षेत्र में इस बार मोबाइल नेटवर्क ठीक नहीं है। मेला प्रशासन को यहां पर सभी कंपनियों का टावर लगवाना चाहिए था लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती अरबसभी कंपनियों के मोबाइल टावर नहीं लगाए गए हैं। जो टावर लगाए गए हैं और क्षमता के अनुरूप नहीं है और मुख्य स्नान पर्व के अलावा भी मोबाइल नेटवर्क खराब ही रहता है। मेला क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप है। पिछले दिनों इसकी शिकायत डीएम से की गई थी तो फागिंग कराई गई थी। अब फिर से फॉगिंग की जरूरत है। मच्छरों का प्रकोप सेक्टर तीन, चार और पांच में ज्यादा है। मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि व्यवस्था की जा रही है। हर सेक्टर में सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं इसमें कुछ कर्मचारी लापरवाही कर रहे हैं। उनको चेतावनी दी गई है। अब तक बड़े स्नान पर्व बीत चुके हैं। दो और स्नान पर्व की अब तैयारी शुरू हो गई है।