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Magh Mela 2021 : पौष पूर्णिमा को रोडवेज ने कसी कमर, भीड़ बढऩे पर चलेंगी अतिरिक्‍त बसें

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से सिविल लाइंस समेत झूंसी व लेप्रोसी बस अड्डे से मुख्य स्नान पर्व पर 2800 बसों को चलाने की तैयारी की गई है। साथ ही 500 बसें रिजर्व रखी हैं। इसके अलावा पूरे माघ मेला के दौरान 1800 बसें चलाने की योजना है।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Thu, 28 Jan 2021 10:45 AM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 02:10 PM (IST)
Magh Mela 2021 : पौष पूर्णिमा को रोडवेज ने कसी कमर, भीड़ बढऩे पर चलेंगी अतिरिक्‍त बसें
मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर रोडवेज ने अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है।

प्रयागराज,जेएनएन। माघ मेले में श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज की बसों का इंतजाम किया गया है। इन बसों का रूट भी तय कर दिया गया है। बसों से यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करना अनिवार्य है। गुरुवार को मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है। हालांकि भीड़ बढऩे पर ही बसें चलाई जाएंगी।

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दरअसल, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से सिविल लाइंस समेत झूंसी व लेप्रोसी बस अड्डे से मुख्य स्नान पर्व पर 2800 बसों को चलाने की तैयारी की गई है। साथ ही 500 बसें रिजर्व रखी हैं। इसके अलावा पूरे माघ मेला के दौरान 1800 बसें चलाने की योजना है। झूंसी से गोरखपुर व वाराणसी के लिए बसें मिलेंगी। सिविल लाइंस से कानपुर, लखनऊ व आयोध्या के लिए बसें चलाई जानी है। लेप्रोसी से बांदा, रीवा व मीरजापुर के लिए श्रद्धालुओं को बसें मिलेंगी। लेेकिन, पिछले स्नान पर्व मकरसंक्रांति पर भीड़ न होने से पुरानी व्यवस्था के तहत ही बसें चलाई गईं। हालांकि भीड़ बढऩे की दशा में तत्काल नई व्यवस्था लागू की जाएगी। उधर, प्रयागराज जंक्शन के सिविल लाइंस साइड से सिर्फ निकासी की अनुमति होगी। सिटी साइड से प्रवेश होगा। बता दें कि श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करने के लिए मुख्य स्नान पर्वों पर प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन बंद किया जाता था। यहां की ट्रेनें प्रयाग जंक्शन तक चलाई जाती थीं। लेकिन, इस बार भीड़ न होने से व्यवस्था में बदलाव नहीं किया गया है।

प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन ने बताया कि माघ मेले के लिए व्यापक व्यवस्था बनाई गई है। पिछले स्नान पर्व पर भीड़ नहीं थी। इसलिए इस बार भी पुरानी व्यवस्था के तहत बसों का संचालन होगा। लेकिन, श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे पर अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई हैं।


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