जार्जटाउन स्थित स्वीमिंग पूल लीक, प्रशिक्षण पर लगा ग्रहण
उचित रखरखाव न होने से जार्जटाउन स्थित ओलंपिक साइज तरणताल की स्थिति बिगड़ गई है। पूल की दीवारों में लीकेज की समस्या है। इससे अभी तक प्रशिक्षण नहीं शुरू हो पाया है।
प्रयागराज : दिशाहीन नीति और अधिकारियों की अदूरदर्शिता से जार्जटाउन स्थित ओलंपिक साइज तरणताल (स्वीमिंग पूल) दयनीय स्थिति में पहुंच गया है। उचित देखरेख न होने से स्वीमिंग पूल में कई जगह लीकेज की समस्या है। इससे लगातार पानी का रिसाव हो रहा है। पानी न ठहरने से गर्मी में होने वाला प्रशिक्षण अभी तक शुरू नहीं हो सका है। प्रशिक्षण कब शुरू होगा, इस पर अधिकारी गोलमोल जवाब देकर पल्ला झाड़ रहे हैं। इसकी वजह से प्रशिक्षणार्थी इधर-उधर भटक रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
अप्रैल में सुबह, शाम तरणताल पर लगता था मजमा
जार्जटाउन स्थित स्वीमिंग पूल में मार्च माह के अंत में प्रशिक्षण शुरू हो जाता है। अप्रैल महीने में सुबह व शाम प्रशिक्षणार्थियों की भारी भीड़ रहती है। प्रशिक्षण देने के साथ यहां प्रतियोगिताएं भी होती हैं, लेकिन इस अभी तक प्रशिक्षण ही शुरू नहीं हुआ। इसका प्रमुख कारण पानी का रिसाव है। स्वीमिंग पूल के फर्श व दीवारों में लीकेज आ गया है। इससे निरंतर पानी का रिसाव हो रहा है। रिसाव के चलते पानी की मात्रा कम होने लगती है। नया पानी भरने पर उसमें स्वच्छता की कमी रहती है। साथ ही पानी में पडऩे वाला केमिकल भी नहीं ठहर पाता। इससे स्वीमिंग नहीं शुरू हो पा रही है।
विशाल है स्वीमिंग पूल
जार्जटाउन स्वीमिंग पूल 50 फीट लंबा व 25 फीट चौड़ा है। जबकि गहराई 18 फीट है। ट्यूबवेल से इसमें पानी भरा जाता है, फिर उसे फिल्टर से साफ करते हैं। स्वच्छता के लिए फिटकरी, ब्लीचिंग व तूतिया डाला जाता है।
दस साल में बनकर हुआ तैयार
इस स्वीमिंग पूल को बनने में दस साल का समय लगा। इसका लोकार्पण 12 जून 2004 को तत्कालीन खेल व युवा कल्याण मंत्री आरके चौधरी ने किया था। निर्माण जल निगम ने कराया, जबकि देखरेख की जिम्मेदारी खेल विभाग की है। यहां सीबीएसई बोर्ड की ओर से एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता कराई जा चुकी है। इसके अलावा पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ की जोन स्तरीय प्रतियोगिताएं होती रही हंै। यहां खिलाडिय़ों का चयन व ट्रायल भी होता है।
नहीं है नियमित कोच
राष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पूल होने के बावजूद यहां अभी तक स्थायी कोच नहीं हैं। गर्मी के मौसम में अस्थाई रूप से कुछ कोच रखे जाते हैं, लेकिन प्रशिक्षण शुरू न होने के चलते अभी तक कोच नहीं रखे गए।
आ चुके हैं 35 आवेदन
अभी तक स्वीमिंग पूल में प्रशिक्षण लेने के लिए 35 आवेदन आ चुके हैं। आवेदकों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। किंतु, प्रशिक्षण कब शुरू होगा उसकी उन्हें उचित जानकारी नहीं मिल पा रही है।
बोले आरएसओ
प्रयागराज के आरएसओअनिल तिवारी कहते हैं कि स्वीमिंग में रिसाव है, लेकिन यह बड़ी दिक्कत नहीं है। दो-तीन दिन में प्रशिक्षण शुरू करा दिया जाएगा। इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है।