उत्पीड़न के विरोध में अधिवक्ता रहे हड़ताल पर, महोबा व मेरठ में वकीलों की खुदकुशी से हैं आक्रोशित
प्रदर्शन से पूर्व जूनियर बार एसोसिएशन के कार्यालय पर हुई बैठक में अधिवक्ताओं ने कहा कि महोबा के अधिवक्ता मुकेश पाठक व मेरठ के ओमकार तोमर पुलिस प्रशासन व विधायक के शह पर माफिया द्वारा किए गए उत्पीडऩ से तंग होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए।
प्रतापगढ़, जेएनएन। राज्य में वकीलों के हो रहे उत्पीड़न और जिले की बिगड़ी कानून व्यवस्था से आक्रोशित प्रतापगढ़ कचहरी के अधिवक्ताओं ने गुरुवार को प्रदर्शन किया और न्यायिक कार्य से विरत रहे।
जुलूस निकालकर कचहरी में किया प्रदर्शन
प्रदर्शन से पूर्व जूनियर बार एसोसिएशन के कार्यालय पर हुई बैठक में अधिवक्ताओं ने कहा कि महोबा के अधिवक्ता मुकेश पाठक व मेरठ के ओमकार तोमर पुलिस प्रशासन व विधायक के शह पर माफिया द्वारा किए गए उत्पीडऩ से तंग होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए। उन आरोपितों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। प्रतापगढ़ शहर के गायत्रीनगर मोहल्ले में महीने भर अधिवक्ता अंजनी सिंह बाबा के घर डकैती का अब तक पर्दाफाश नहीं हो सका है। जिले में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है।
अधिवक्ता सुरक्षा बिल की मांग नहीं हो रही पूरी
वक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता सुरक्षा बिल की मांग को प्रदेश सरकार लगाकर अनसुनी कर रही है। इन मामलों से अक्रोशित अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मति से गुरुवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता जूनियर बार के अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद मिश्र व संचालन महामंत्री जयप्रकाश मिश्र ने किया। इस मौके पर शिव प्रकाश मिश्र, शक्ति सिंह, विवेक त्रिपाठी, मुक्कू ओझा, उमेश सिंह, नवीन तिवारी, अनीस गुप्ता, संतोष सिंह, सुधीर मिश्र, अरुण त्रिपाठी, सुरेंद्र पांडेय, अंजनी सिंह, दिनेश त्रिपाठी, रामकरन मिश्र, विनय सिंह, प्रदीप चौधरी, शशांक सिंह, लोकेश मिश्र, जावेद अख्तर, धर्मेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।