कुंभ शटल बसों में खराबी का ठीकरा डीजल पर फोड़ा Prayagraj News
कंपनी किसी भी डिपो पर नमूने की जांच करा सकती है। अब सहमति बनी है कि सूबे में खरीदी गई सभी 700 बसों की तकनीकी जांच होगी। कुंभ शटल बसों को पिछले साल खरीदा गया था।
प्रयागराज, जेएनएन। रोडवेज की कुंभ शटल बसों में खराबी का ठीकरा डीजल की गुणवत्ता पर फोड़ दिया गया है। बस आपूर्ति करने वाली कंपनी ने जांच के बाद डीजल की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं, जबकि रोडवेज ने कंपनी को भेजे पत्र में दावा किया है कि सभी डिपो में मानक के आधार पर बस की टंकियों में डीजल भरा जाता है।
कंपनी किसी भी डिपो पर नमूने की जांच करा सकती है। अब सहमति बनी है कि सूबे में खरीदी गई सभी 700 बसों की तकनीकी जांच होगी। कुंभ शटल बसों को पिछले साल खरीदा गया था। इनमें 500 बसों को कुंभ 2019 में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज में लगाया गया था। कुंभ का आयोजन पूरा होते ही इन्हें विभिन्न जिलों में भेज दिया गया। कुछ समय बाद इनमें खराबी आनी शुरू हो गई। इससे बस आपूर्ति करने वाली कंपनी भी सकते में आ गई।
दैनिक जागरण में यह मामला उजागर होते ही कंपनी ने कई जिलों के डिपो पर टीम भेजकर जांच कराई। फिर रोडवेज से यह दावा किया गया कि डीजल में कहीं न कहीं मिलावट के चलते इंजन में लगातार खराबी आ रही है। इस पर रोडवेज के सीजीएम (टेक्निकल) जयदीप वर्मा ने बस आपूर्ति करने वाली कंपनी को पिछले दिनों पत्र भेजा। उसमे लिखा कि रोडवेज में डीजल उच्च तकनीक से जांच के बाद और इंडियन ऑयल के मानक के अनुसार ही टंकियों में भरा जाता है।
कंपनी से यह कहा है कि चाहें तो रैंडम आधार पर किसी भी डिपो पर टीम भेजकर जांच करा सकते हैं। सीजीएम (टेक्निकल) जयदीप वर्मा ने कहा कि पिछले दिनों बस आपूर्ति करने वाली कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की है। उसमें यह तय हुआ है कि कंपनी सभी 700 बसों की तकनीकी जांच नए सिरे से कराएगी। बसों में जांच और डिपो में कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाना शुरू हो गया है।