किसान महापंचायत में छाया नोटबंदी का मुद्दा कर्ज माफ करने वाले को वोट
माघ मेला में आज भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में किसानों की समस्याओं पर मंथन किया गया। इसमें कर्जा माफी और नोटबंदी मुद्दा छाया रहा।
इलाहाबाद (जेएनएन)। माघ मेला स्थित परेड मैदान पर आज भारतीय किसान यूनियन (अंबावता गुट) की महापंचायत में किसानों की समस्याओं पर मंथन किया गया। निर्णय लिया गया कि इस बार किसानों का वोट वही पार्टी पाएगी जो उनका कर्जा माफ करेगी। नोटबंदी का मुद्दा भी छाया रहा।
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अपने संबोधन में यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अंबावता ने कहाकि देश के बड़े पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है, पर किसानों का नहीं। किसान यह अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने नोटबंदी पर कहा कि इससे सबसे ज्यादा परेशान किसान ही हुए हैं। खेती बाड़ी प्रभावित हुई है। कर्ज में डूबे किसान कैशलेस खेती की परिभाषा समझ नहीं पा रहे। बोले कि गांव का ट्रांसफार्मर एक महीने में नहीं बदल पाता और हम कैशलेस की बात कर रहे हैं। ग्रामीणों को पहले मूलभूत सुविधाएं तो मिलें। बिजली-पानी के लिए भी लोगों को तरसना पड़ रहा है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ किसान यूनियन बिल्डरों के इशारे पर चल रही हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। उन्होंने एलान किया कि नोटबंदी के खिलाफ 20 जनवरी को दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें देशभर से किसान शामिल होंगे।
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