कौशांबी में बारातियों से भरी बोलेरो पलटी, आठ मरे
इलाहाबाद : पड़ोसी जिले कौशांबी के सरायअकिल थाने के रक्साई चुंगी के पास बरातियों से भरी तेज रफ्तार बोलेरो के पलटने से आठ लोगों की मौके पर मौत हो गई। मरने वालों में एक बाइक एवं एक साइकिल सवार भी शामिल हैं। बोलेरो पहले बाइक से भिड़ी फिर साइकिल सवार को चपेट में लेते हुए पलट गई। हादसे में चार लोग घायल हैं। शनिवार की शाम पश्चिमशरीरा थाने के बड़हरी निवासी लवलेश की बरात सरायअकिल थाना क्षेत्र के चित्तापुर के कामता प्रसाद के घर गई थी। रविवार की सुबह बरातियों को लेकर गोराजू निवासी चालक गुलशन उर्फ छोटू बोलेरो से बड़हरी लौट रहा था। रक्सराई चुंगी के निकट बोलरो अनियंत्रित होकर दाहिनी ओर मुड़ी। लोगों ने बताया कि बोलरो ने तीन बार पलटी मारी। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि इस भीषण हादसे में बाइक और साइकिल सवार सहित आठ लोगों की मौत हो गई।
इलाहाबाद : पड़ोसी जिले कौशांबी के सरायअकिल थाने के रक्साई चुंगी के पास बरातियों से भरी तेज रफ्तार बोलेरो के पलटने से आठ लोगों की मौके पर मौत हो गई। मरने वालों में एक बाइक एवं एक साइकिल सवार भी शामिल हैं। बोलेरो पहले बाइक से भिड़ी फिर साइकिल सवार को चपेट में लेते हुए पलट गई। हादसे में चार लोग घायल हैं। शनिवार की शाम पश्चिमशरीरा थाने के बड़हरी निवासी लवलेश की बरात सरायअकिल थाना क्षेत्र के चित्तापुर के कामता प्रसाद के घर गई थी। रविवार की सुबह बरातियों को लेकर गोराजू निवासी चालक गुलशन उर्फ छोटू बोलेरो से बड़हरी लौट रहा था। रक्सराई चुंगी के निकट बोलरो अनियंत्रित होकर दाहिनी ओर मुड़ी। लोगों ने बताया कि बोलरो ने तीन बार पलटी मारी। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि इस भीषण हादसे में बाइक और साइकिल सवार सहित आठ लोगों की मौत हो गई। वहीं चार लोग घायल हैं जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
जासं, कौशांबी : लवलेश की शादी में वह और उसका परिवार खुशी से झूम रहा था। रश्मों रिवाज से शादी तो पूरी हो गई, लेकिन विदाई के बाद मिलने वाली खुशी सड़क हादसे की भेंट चढ़ गई। हादसे के बाद परिजनों में रोना पिटना मच गया। दूल्हे को कुछ सूझ नहीं रहा था। एक पल में उसकी शादी की खुशियां कफूर हो गई। परिजनों को जानकारी मिली तो जो जहां रहा, वैसे ही रोते बिलखते अस्पताल और पोस्टमार्टम पहुंचा। अपनों का खून देखकर उनकी रूह कांप गई।
सड़क हादसे में एक साथ आठ लोगों की मौत की खबर जिसके पास पहुंची वह खुद को जिला अस्पताल पहुंचने से रोक नहीं सका। हर कोई जिला अस्पताल की ओर भागा। वहां जैसे ही घायल व मृतकों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। पूरे अस्पताल में करुण क्रंदन से गूंज उठा। हर कोई अपनों को तलाश रहा था। इसके लिए वह सभी को बारी बारी से देख रहे थे। किसी में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह किसी के बारे में पूछ सके। जैसे ही उनको अपनों को शव दिखा। रोना पिटना मच गया। उनको रोना पिटना सुनकर आस-पास के लोगों के आंखों में भी आंसू आ गया। सब एक रिश्ते में बंधे थे। ऐसे में उनके लिए सभी अपने थे। वह एक दूसरे को देखकर केवल ढांढस बंधा रहा था। घायल रीना शवों को देखकर अपना गम भूल गई। उसे कहा चोटे आई और उसकी हालत कैसी है। इसकी परवाह किए बिना ही वह दूसरे का हाल जानने लगी। जैसे ही पांच शव को उसने देखा उसे तो जैसे ही होश ही न रहा हो। वह केवल रोई जा रही थी। कह रही थी कि अब का होई. अब का होई। इसी प्रकार जैसे ही उनके शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे। वहां का माहौल अलग नहीं था। वहां लोगों के रोने-पिटने का सिलसिला जारी रहा। हर कोई मृतकों के परिवार वालों को केवल ढांढस बंधा रहा था। वहीं मृतकों के परिजन आंखों में आंसू लिए कुछ बोलने की स्थित में नहीं थे। उनके लिए तो जैसे पूरी दुनिया ही उजड़ चुकी हो। दूल्हे व दुल्हन के घर में भी यहीं सिलसिला था। हर कोई रोते हुए केवल एक दूसरे का हाल जान रहा था। दूल्हे के परिजन शादी को कोस रहे थे। वही दुल्हन के परिवार वालों के घर भी मातम पसरा था। बेटी की विदाई के बाद हादसे ने उनके होश उड़ा दिया था। वहां केवल रोने की ही आवाज आ रही थी। कोई एक दूसरे से बात तक नहीं कर रहा था। जैसे पूरा माहौल मातम मना रहा हो।