45 घंटे बाद फेसबुक के जरिए मिली जिम्मी, जानिए क्यों भागी थी घर से Prayagraj news
राशि ने सिविल लाइंस के मेघराज सिंह की मदद से उसे पार्क के गेट नंबर पांच से पकड़ लिया। इसके बाद उसे अनुपम मिश्रा की संस्था में रखा। फिर फेसबुक पर उन्होंने वीडियो साझा किया। यह वीडियो प्रतापगढ़ की नेहा सिंह राठौर ने देखा तो अभिषेक को सूचना दी।
प्रयागराज, जेएनएन। दीपावली पर शनिवार की शाम करीब साढ़े छह बजे आतिशबाजी के शोर से घबराकर भागी कर्नलगंज के अधिवक्ता अभिषेक अवस्थी की पालतू कुतिया जिम्मी फेसबुक की मदद से ठीक 45 घंटे बाद सकुशल घर पहुंच गई। यह सब संभव हो सका इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज की शिक्षिका के राशि कुमार की पहल पर। जिम्मी के लापता होने से दुखी परिवार के लोग उसे पाकर राहत महसूस कर रहे हैं।
दीपावली की शाम निकली थी घर से
दरअसल, दीपावली की शाम करीब साढ़े छह बजे खूब आतिशबाजी हो रही थी। इसी बीच कर्नलगंज के अधिवक्ता अभिषेक अवस्थी के घर से करीब 10 महीने की जिम्मी शोर से घबराकर घर से भाग गई। जिम्मी नहीं दिखी तो पूरा परिवार तलाश में जुट गया। पूरा मोहल्ला और आसपास का इलाका देखा गया लेकिन जिम्मी नहीं मिली। दीवाली की खुशियों के बीच जिम्मी के लापता होने से परिवार के लोग दुखी हो गए। रात तक हर तरफ जिम्मी की खोजबीन के बाद अधिवक्ता अभिषेक ने फेसबुक पर यह जानकारी साझा की। इसी बीच इविवि की शिक्षिका के राशि कुमार ने देखा कि जिम्मी चंद्रशेखर आजाद पार्क के गेट नंबर तीन के सामने खुद को सड़क पर फर्राटा भर रहे वाहनों के बीच बचाने का प्रयास कर रही थी।
फेसबुक पर व़ीडियो डालनेेेे पर पहुंंची जानकारी
राशि ने सिविल लाइंस के मेघराज सिंह की मदद से उसे पार्क के गेट नंबर पांच से पकड़ लिया। इसके बाद उसे अनुपम मिश्रा की संस्था में रखा। फिर फेसबुक पर उन्होंने वीडियो साझा किया। कुछ ही घंटे में इस वीडियो को 11 हजार लोगों ने देखा। यह वीडियो प्रतापगढ़ की नेहा सिंह राठौर ने देखा तो उन्होंने फौरन अभिषेक को सूचना दी। जिम्मी की तलाश में भटक रहे अभिषेेेकने उसके बारे में खबर मिलते ही सोमवार दोपहर राशि से संपर्क कर उन्हें धन्यवाद दिया और जिम्मी को लेकर घर चले गए। उन्होंने बताया कि यह देसी प्रजाति की कुतिया है। खास बात तो यह है कि पूरे घटनाक्रम में शामिल होने वाले सभी शख्स पशु प्रेमी हैं।