करंट से छात्र की मौत मामले में जेई व एसएसओ निलंबित, लाइनमैन बर्खास्त Prayagraj News
तार में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से छात्र की मौत के मामले में कड़ा कदम उठाया गया है। लापरवाही पर जेई व एसएसओ को निलंबित व लाइनमैन को बर्खास्त कर दिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। कौंधियारा के जेठूपुर गांव में बिजली के हाईटेंशन तार के टूटने से करंट की चपेट में आकर छात्र की मौत में अफसरों व कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। बताते हैैं कि तार शुक्रवार रात में ही टूट गया था, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने कई अधिकारियों को दी थी। इसके बाद भी न आपूर्ति ठप कराई गई और न ही तार को जोड़ा गया। इस लापरवाह ने शनिवार सुबह छात्र की जान ले ली। घटना के बाद मुख्य अभियंता ओपी यादव ने एसई और एक्सईएन को जांच के लिए भेजा। देर शाम को रिपोर्ट आने पर अवर अभियंता पंकज कुमार मौर्य और पीड़ी उपकेंद्र के एसएसओ लाल बहादुर मिश्रा को निलंबित कर दिया गया। संविदा लाइनमैन विजय तिवारी की सेवा समाप्त कर दी गई। सहायक अभियंता रामनरेश प्रसाद की लापरवाही की जांच कराई जा रही है।
स्कूल जाते समय हुआ था हादसा
कौंधियारा के जेठूपुर गांव निवासी लवकुश शुक्ला मुंबई में सिक्योरिटी गार्ड हैैं। उनकी पत्नी आरती शुक्ला यहां गांव में बेटों अभिषेक और अनुज के साथ थीं। अनुज उर्फ गोलू (14) बेनीपुर स्थित परमेश्वर दीन इंटर कालेज में कक्षा आठ का छात्र था। शनिवार सुबह वह राम का पूरा गांव स्थित कोचिंग में पढ़़ाई के बाद साइकिल से स्कूल जा रहा था। राम का पूरा बाजार में उसकी साइकिल टूटकर गिरे 11 हजार वोल्टेज के तार में फंस गई और करंट से झुलसकर मौत हो गई।
उपकेंद्र में फोन रिसीव नहीं हुआ, ग्रामीणों ने रास्ताजाम किया
साइकिल तार में फंसी थी, इसलिए ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई रोकने के लिए पीड़ी बिजली उपकेंद्र में कई बार फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। परेशान होकर लोगों ने उपकेंद्र जाकर बताया। तब बिजली आपूर्ति बंद की गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने रास्ताजाम किया। एसपी यमुनापार दीपेंद्र नाथ चौधरी, एसडीएम बारा इंद्रभान तिवारी, तहसीलदार करछना देवेंद्र सिंह, सीओ बारा आरपी दोहरे के साथ बिजली विभाग के अधिकारी पहुंचे। लोग डीएम को बुलाने की मांग पर अड़ गए। एसपी और एसडीएम ने किसी तरह लोगों को समझाया। भाई अभिषेक की तहरीर पर पुलिस ने एसडीओ, जेई और लाइनमैन के खिलाफ केस दर्ज किया। दोपहर बाद एक्सईएन ने अनुज की मां आरती को मुआवजे के तौर पर पांच लाख रुपये का चेक दिया।
ग्रामीणों की शिकायत पर भी नहीं बदला गया था जर्जर तार
आरोप है कि लगभग 20 वर्ष पहले लगा बिजली तार काफी जर्जर हो चुका था, जो हल्की हवा के झोके से ही टूट गया था। ग्रामीणों ने जर्जर तार को बदलने के लिए सहायक अभियंता तथा अवर अभियंता से कहा था लेकिन तार नहीं बदला जा सका। जबकि सौभाग्य योजना के तहत जर्जर तारों व उपकरणों को बदलने के लिए करोड़ों रुपये का बजट जारी किया गया है। इसके अलावा रात में तार टूटने की सूचना के बाद भी उपकेंद्र से आपूर्ति ठप नहीं की गई।
एक्सईएन ने कहा-यह बड़ी लापरवाही है
एक्सईएन एमके जाखनवाड़ ने कहा कि यह बड़ी लापरवाही है। पहले तो जर्जर तार नहीं बदला गया और फिर तार टूटा तो फौरन आपूर्ति ठप नहीं की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर बिजली तार व पोल जर्जर हालत में हैैं, जिससे आए दिन हादसे होते हैैं मगर उन्हें बदला नहीं जा रहा है।
बोले मुख्य अभियंता बोले, चेतावनी दी गई है
बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ओपी यादव का कहना है कि इस घटना में विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। जेई, एसएसओ को निलंबित कर दिया गया जबकि लाइनमैन को सेवा से हटा दिया गया है। साथ ही जिले के सभी अफसरों व कर्मियों को इस तरह की लापरवाही को लेकर चेतावनी भी दी गई है।