एकेडमिक काउंसिल में उठेगा इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ बहाली का मसला Prayagraj News
शिक्षक संघ की तर्ज पर छात्रसंघ की बात कहकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के नए कुलपति ने बहाली के संकेत दे दिया है। जल्द ही एकेडमिक काउंसिल की बैठक बुलाए जाने के आसार तेज हो गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में छात्रसंघ बहाली का मसला एकेडमिक काउंसिल के बाद अब कार्य परिषद की बैठक में जा सकता है। इसके लिए जल्द ही बैठक भी बुलाई जा सकती है। ऐसा इसलिए कि नए कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी ने छात्रसंघ बहाली के संकेत दे दिए हैं।
छात्रसंघ पर प्रतिबंध के बाद छात्र परिषद लागू किया गया था
इविवि की कार्य परिषद की बैठक ने पांच जून 2019 को लिंगदोह समिति की सिफारिशों का हवाला देते हुए छात्रसंघ पर प्रतिबंध लगाया और उसकी जगह छात्र परिषद लागू करने की घोषणा की। छात्रों ने व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जिससे इविवि प्रशासन छात्र परिषद चुनाव कराने में सफल नहीं हो सका। इसी बीच प्रो. हांगलू के इस्तीफे के बाद छात्रों ने छात्रसंघ बहाली की मांग तेज कर दी। छात्रों ने एक दिन के कुलपति प्रो. पीके साहू से मुलाकात की। प्रो. साहू ने छात्रों को यह कहते हुए मना कर दिया कि यदि उनका कार्यकाल और अधिक होता तो विचार करते।
छात्रों की मांग कि शिक्षक संघ है तो छात्रसंघ भी होना चाहिए
16 जनवरी को छात्रों ने नए कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी से मुलाकात की। छात्रों ने उनसे भी छात्रसंघ बहाली की मांग की थी। अब उनका भी मानना है कि अगर शिक्षक संघ है तो छात्रसंघ भी होना चाहिए। हालांकि सभी को अपनी जिम्मेदारी भी समझनी होगी। सभी का संवाद स्थापित कर सामूहिक प्रयास से विवि को आगे ले जाना ही लक्ष्य होना चाहिए।
छात्रसंघ बहाली के संकेत पर एकेडमिक काउंसिल की हो सकती है बैठक
छात्रसंघ बहाली के संकेत के बाद एकेडमिक काउंसिल की बैठक बुलाने की उम्मीद बढ़ गई है। यह मसला कार्य परिषद की बैठक में भी उठेगा। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। अभी बैठक की तिथि निर्धारित नहीं हो सकी है।
बोले इविवि के जनसंपर्क अधिकारी
इविवि के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शैलेंद्र मिश्र कहते हैं कि सैद्धांतिक रूप से यदि शिक्षक संघ, कर्मचारी संघ है तो छात्रसंघ भी होना चाहिए। छात्रों ने भी छात्र परिषद को नकार दिया है। छात्रसंघ बहाली एक विधिमान्य प्रकिया है, उसका अनुपालन करके ही यह संभव हो सकेगा।