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60 वर्ष का ईश्‍वर चंद्र 30 वर्षीय संजय से थप्‍पड़ का बदला लेना चाहता था, सोते समय कर दी हत्‍या

ईश्वर चंद्र ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसकी उम्र करीब 60 वर्ष है जबकि संजय उसके आधे उम्र का था। वह उससे भिड़ नहीं सकता था जिस कारण उसने थप्पड़ का बदला लेने के लिए उसे सोते समय मार डालने की साजिश रची।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 07:57 AM (IST)Updated: Mon, 30 Aug 2021 07:57 AM (IST)
60 वर्ष का ईश्‍वर चंद्र 30 वर्षीय संजय से थप्‍पड़ का बदला लेना चाहता था, सोते समय कर दी हत्‍या
फाफामऊ घाट पर शवों का अंतिम संस्‍कार करने वाले की हत्‍या शराब पीने के दौरान हुए झगड़े की परिणति थी।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में फाफामऊ श्मशान घाट पर शनिवार देर रात लावारिश शवों की अंत्येष्टि करने वाले 30 वर्षीय संजय उर्फ बिहारी की हत्या कर दी गई। मामले में पुलिस ने आरोपित ईश्वर चंद्र को पकड़ लिया। उस से जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की मुख्य वजह बताई। उसने बताया कि दो दिन पहले वह और संजय शराब पी रहे थे। संजय ने उसे कम शराब दी, जब उसने इस बारे में पूछा तो उसने अपशब्द कह दिया। विरोध करने पर संजय ने थप्पड़ मार दिया। इसी अपमान का बदला लेने के लिए उसने संजय की हत्‍या की थी। पुलिस ने जब उससे रुपये के लेन-देन के बारे में पूछा तो उसने कहा कि रुपये को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ था।

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बुजुर्ग होने के कारण भिड़ नहीं पाता, इसलिए सोते समय हत्‍या की

ईश्वर चंद्र ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसकी उम्र करीब 60 वर्ष है, जबकि संजय उसके आधे उम्र का था। वह उससे भिड़ नहीं सकता था, जिस कारण उसने थप्पड़ का बदला लेने के लिए उसे सोते समय मार डालने की साजिश रची। शनिवार रात उसने संजय के साथ शराब पी। कुछ देर बाद संजय सो गया। देर रात वह उठा और वहीं बगल से बड़ा पत्थर उठाकर संजय के सिर पर पटक दिया। वह तड़पने लगा तो त्रिशूल से उसके सिर पर कई बार वार किया। जब उसने दम तोड़ दिया तो उसके शव को घसीटते हुए वह कुछ दूर ले गया और पत्थरों के बीच फेंक दिया।

फाफामऊ श्‍वमशान घाट पर शवों की अंतेष्टि करता था संजय

मृतक संजय उर्फ बिहारी (30) निवासी हनुमान चौक, पटना बिहार का रहने वाला था। वह करीब दो वर्ष से फाफामऊ श्मशान घाट पर रह रहा था। वह यहां लाश जलवाने में लोगों की मदद करता था। जब वैश्विक महामारी कोरोना से लोगों की मौत होने लगी तो वह इन शवों की अंत्येष्टि करने लगा था। साथ ही गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कटान शुरू हुई तो बड़ी संख्या में रेत में दफनाए गए शव बाहर दिखाई पड़ने लगे, जिस पर वह इन शवों की अंत्येष्टि में नगर निगम का सहयोग करता था।

बिहार में संजय के स्वजनों से नहीं हो पा रहा पुलिस का संपर्क

इंस्पेक्टर फाफामऊ वीरेंद्र सोनकर का कहना है कि मृतक के स्वजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस कारण बिहार पुलिस को इस घटना की जानकारी दी गई है। शीघ्र ही उसके घरवालों को सूचना मिल जाएगी।


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