आजाद पार्क में जबरन गाड़ी ले जाने में एसडीएम करछना को फटकार
इंदिरा मैराथन के अवसर पर आजाद पार्क में जबरन वाहन प्रवेश मामले की जांच शुरू हो गई है। एसडीएम करछना को फटकार लगाई गई है।
प्रयागराज : आजाद पार्क में हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जबरन गाड़ी ले जाने की जांच शुरू हो गई है। जिलाधिकारी सुहास एलवाइ ने एसडीएम करछना को फटकार लगाते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता का कहना है कि जब उनकी गाड़ी गेट पर पहुंची तो गार्ड ने गेट खोल दिया। स्टेडियम में पहुंचने पर उन्होंने गाड़ी को वापस भेज दिया। हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन होने पर खलबली मची हुई है। अधिकारी टालमटोल कर रहे हैं।
क्या था मामला :
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में सोमवार को 34वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन के समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता की दो गाडिय़ां आजाद पार्क में स्टेडियम के गेट तक गई थी। करछना के एसडीएम और सेना के एक अधिकारी की गाड़ी भी पार्क के अंदर गई थी। गेट नंबर छह पर तैनात गार्ड से जब पूछताछ की गई तो उसने राजकीय उद्यान अधीक्षक को बताया कि उसने करछना एसडीएम की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन जबरन गाड़ी पार्क में ले जाया गया।
राजकीय उद्यान अधीक्षक ने बोला :
राजकीय उद्यान अधीक्षक सीमा सिंह राणा ने मंगलवार को करछना एसडीएम को इस बारे में पत्र लिखकर पूछा है। उधर, भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता का कहना है कि जब उनकी गाड़ी गेट नंबर 6 पर पहुंची तो गेट खुला था। उनकी गाड़ी स्टेडियम के गेट तक गई। जब वहां पर उन्हें गाड़ी भीतर न लाने के बारे में बताया गया तो उन्होंने तत्काल गाड़ी को बाहर भेज दिया। इस बारे में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी चंचल मिश्रा का कहना है कि उन्होंने किसी भी गाड़ी को भीतर लाने के बारे में किसी से नहीं कहा। स्टेडियम में जब भी आयोजन होता है तो अतिथि का गेट पर ही स्वागत किया जाता है। वहां से अतिथि पैदल स्टेडियम तक आते हैं। सांसद की गाड़ी जब स्टेडियम के गेट पर आ गई तो उन्हें गाड़ी भीतर न लाने के बारे में जानकारी दी गई।
क्या कहते हैं डीएम :
जिलाधिकारी सुहास एलवाइ का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद आजाद पार्क में गाड़ी कैसे चली गई, इसकी जांच की जा रही है। एसडीएम करछना को चेतावनी देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं करछना एसडीएम अर्पित गुप्ता का कहना है कि सोमवार को उनकी ड्यूटी मैराथन के दौरान लगाई गई थी। समापन समारोह में वह शामिल नहीं हुए, न ही उनकी गाड़ी पार्क के भीतर गई।