Robbery case in jewellery shop in Pratapgarh : लापरवाही पर कोतवाल को एसपी ने किया लाइन हाजिर
Robbery case in jewellery shop in Pratapgarh एसपी ने सभी टीमों के इंचार्जों के साथ बदमाशों का सुराग लगाने के लिए अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा की। अन्य इंचार्जों के काम से एसपी संतुष्ट दिखे। लेकिन उन्हें इसमें कोतवाल बिपिन सिंह लापरवाह दिखे।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में सराफा दुकान में डकैती की घटना के राजफाश में लापरवाही पाए जाने पर एसपी ने शहर कोतवाल बिपिन सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। जल्द ही पट्टी कोतवाल पर भी गाज गिरने की संभावना है क्योंकि एडीजी ने घटना के राजफाश के लिए उन्हें 72 घंटे की मोहलत दी थी। जबकि 48 घंटे बीत गए हैं, लेकिन कोतवाल के पास बताने के लिए कोई भी क्लू नहीं है।
एसपी के कार्यभार ग्रहण करने के दूसरे दिन ही हुई थी डकैती
एसपी के कार्यभार संभालने के अगले ही दिन सात जनवरी को श्याम बिहारी गली में सुरेश सोनी की दुकान में 90 लाख रुपये के जेवर की लूट की घटना को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया है। बदमाशों का सुराग लगाने के लिए एसपी ने शहर कोतवाल के अलावा, अंतू व जेठवारा एसओ, सभी चौकी इंचार्जों, स्वाट व सर्विलांस की टीम को लगाया है। इसके अलावा एसटीएफ की टीम भी लगी है।
मामले की जांच में लापरवाही शहर कोतवाल पर गिरी गाज
इस बीच रविवार को देर रात एसपी ने सभी टीमों के इंचार्जों के साथ बदमाशों का सुराग लगाने के लिए अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा की। अन्य इंचार्जों के काम से एसपी संतुष्ट दिखे। लेकिन उन्हें इसमें कोतवाल बिपिन सिंह लापरवाह दिखे। ऐसे में एसपी ने फौरन उन्हें लाइन हाजिर कर दिया और उनकी विभागीय जांच शुरू करा दी।
कई और थानेदार भी निशाने पर
शहर कोतवाल को लाइन हाजिर किए जाने के बाद पट्टी कोतवाल नरेंद्र सिंह की भी धड़कन बढ़ गई है। उनके यहां सर्राफ अहमद की हत्या करके 21 लाख रुपये की लूट बदमाशों ने की है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे एडीजी प्रेम प्रकाश ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए 72 घंटे की मोहलत दी थी। इसमें सफलता नहीं मिलने पर निलंबित करने की चेतावनी दी थी। सोमवार को घटना के 48 घंटे बीत गए। अब कोतवाल के पास सिर्फ मंगलवार तक का समय है। अगर वे बदमाशों का सुराग लगाने में कामयाब नहीं रहे तो उन पर भी गाज गिर सकती है।
इसके अलावा कई थानों में एसओ लंबे समय से जमे हैं। शहर कोतवाल के लाइन हाजिर होने से दो थाने खाली हैं। ऐसे में कुछ थानेदार व चौकी इंचार्ज जल्द ही बदल सकते हैं। इसकी सुगबुगाहट पुलिस महकमे में शुरू हो गई है।