सोरांव सामूहिक हत्याकांड : मोबाइल लोकेशन के फेर में निर्दोष छात्र पुलिस के चक्कर में फंसा Prayagraj News
जांच में छात्र वास्तव में निर्दोष पाया गया। टेलीकॉम कंपनी से बताया गया कि नेटवर्क ओवरलैपिंग के कारण छात्र का मोबाइल की लोकेशन सोरांव में दिखी।
प्रयागराज,जेएनएन। सोरांव के युसूफपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की घर के भीतर हत्या के मामले में सुराग के लिए भटक रही एसटीएफ ने मोबाइल सर्विलांस से शक के आधार पर थरवई क्षेत्र से बीए के एक छात्र को उठा लिया। उससे काफी पूछताछ की गई मगर वह बेकसूर निकला।
एक ही परिवार के पांच लोगों का हुआ था कत्ल
यूसुफपुर गांव में पांच जनवरी को 60 वर्षीय विजय शंकर तिवारी, बेटे सोनू तिवारी (32), बहू सोनी (28), बच्चों कान्हा (6) और कुंज (3) को घर के भीतर सोते वक्त ही मार डाला गया था। उन पर सिल बट्टïा, कुल्हाड़ी, छेनी, चाकू से वार किए गए थे। एक महीने से ज्यादा वक्त गुजरने के बाद भी पुलिस सामूहिक हत्याकांड में न तो कातिलों का पता लगा सकी है और न ये जानकारी मिली कि वजह क्या रही। सात लोगों पर नामजद मुकदमा लिखा गया था जिन्हें हिरासत में लिया गया। अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों से इस मामले में पूछताछ हो चुकी है मगर कोई भी नतीजा नहीं निकल सका है।
नेटवर्क ओवरलैपिंग के चक्कर में फंसा छात्र
उस रात घटनास्थल के आसपास सक्रिय रहे मोबाइल नंबरों का पता लगाकर पुलिस लोगों से पूछताछ कर चुकी है। एसटीएफ को जियो का एक और मोबाइल नंबर उस रात यूसुफपुर के पास सक्रिय मिला। यह नंबर थरवई इलाके में रहने वाले बीए के एक छात्र का था। दो दिन पहले एसटीएफ ने उस छात्र को उठा लिया। पूछताछ के दौरान छात्र यही कहता रहा कि उस रात वह घर से निकला ही नहीं था। जांच में छात्र वास्तव में निर्दोष पाया गया। टेलीकॉम कंपनी से बताया गया कि नेटवर्क ओवरलैपिंग के कारण छात्र का मोबाइल की लोकेशन सोरांव में दिखी।