Indian Railways: DFC मार्ग पर 160 किमी प्रति घंटा तक गति बढ़ाने को लेकर किया जा रहा मंथन
Indian Railways एनसीआर पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से जुड़ रहे डीएफसी के खंड रेलवे के वर्तमान मार्गों पर परिचालन को सुचारु बनाने में मदद करेंगे और इससे मौजूदा मार्गों पर 160 किमी प्रति घंटा तक गति बढ़ाने से संबंधित कार्य आसानी से किए जा सकेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। एनसीआर और पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने उत्तर मध्य रेलवे के क्षेत्र में आने वाले ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्यों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा की। इसमें डीएफसीसीआइएल के प्रबंध निदेशक आरके जैन, मंडल रेल प्रबंधक मोहित चंद्रा, एडीआरएम रंजन यादव आदि शामिल हुए।
डीएफसीसीआइएल के प्रबंध निदेशक आरके जैन ने कहा कि 29 दिसंबर को भाऊपुर- खुर्जा के बीच 350 किलोमीटर ईडीएफसी खंड का संचालन शुरू हो चुका है। डीएफसीसीआइएल और उत्तर मध्य रेलवे की समन्वय बैठक में एनसीआर क्षेत्र में पडऩे वाले ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोरा के कार्यों को त्वरित गति से पूरा करने को लेकर चर्चा की गई। आरओबी, आरयूबी, ओएचई और सिग्नलिंग से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति पर मंथन हुआ।
जीएम विनय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि रोड अंडर ब्रिजों में पानी न भरे, इसके लिए स्थायी समाधान प्राथमिकता से किए जाएं। उन्होंने डीएफसीसीआइएल और रेल अधिकारियों को खुर्जा- दादरी और भाऊपुर-पं दीनदयाल उपाध्याय जं के बीच ईडीएफसी मार्ग को चरणबद्ध रूप से पूरा करने के लिए लक्ष्य और संबंधित मुद्दों की संयुक्त रूप से पहचान करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से जुड़ रहे डीएफसी के खंड रेलवे के वर्तमान मार्गों पर परिचालन को सुचारु बनाने में मदद करेंगे और इससे मौजूदा मार्गों पर 160 किमी प्रति घंटा तक गति बढ़ाने से संबंधित कार्य आसानी से किए जा सकेंगे। नरेंद्र सिंह मुख्य ब्रिज इंजीनियर ने बैठक के एजेंडा आइटम पर विस्तृत जानकारी दी। उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य इंजीनियर शरद मेहता ने महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी का स्वागत किया।