दोपहर में गर्मी और रात में गलन, बर्फीली हवा का वार
पहाड़ों पर बर्फबारी का असर यहां भी दिख रहा है। बर्फीली हवाओं के कारण रात का पारा और लुढ़का है। दोपहर में तो सूर्य की तल्खी की वजह से राहत रहती है।
प्रयागराज : पहाड़ों पर भारी बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में भी पड़ रहा है। चार-पांच दिनों से बर्फीली हवाएं यहां पर भी तेजी से वार कर रही हैं। इससे रात का पारा तेजी से लुढ़क रहा है। तापमान गिरने से रात में गलन बढ़ जा रही है।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में हो रही बर्फबारी के कारण यहां पछुआ विक्षोभ उतरा है जिससे न्यूनतम पारा तेजी से नीचे गिर रहा है। रविवार को दिन में धूप खिलने से ठंड से थोड़ी राहत रही, लेकिन शाम को तकरीबन चार बजे आसमान में बादल छा जाने से फिर गलन बढ़ गई। वहीं, अच्छी धूप होने से शनिवार की तुलना में रविवार को अधिकतम पारा एक डिग्री सेल्सियस बढ़ गया लेकिन ठंडी हवाएं हावी होने पर न्यूनतम पारा 2.4 डिग्री सेल्सियस घट गया। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा का कहना है कि एक-दो दिन गलन इसी तरह रहने की उम्मीद है। इसके बाद धीरे-धीरे गर्मी बढ़ेगी। हालांकि 16-17 फरवरी तक पछुआ विक्षोभ का तीसरा चरण शुरू होने पर गलन फिर से बढ़ेगी।
शीतलहर से कांप उठे श्रद्धालु
श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई तो शीतलहर से कांप उठे। स्नान करने के बाद शाम और रात को घर वापस लौटते समय स्टेशनों और बस अड्डों पर भी उन्हें ठंड ने खूब सताया। वहीं, रास्ते भर श्रद्धालु गलन से कांपते रहे।
तापमान (डिग्री से. में)
दिनांक अधिकतम न्यूनतम
सात फरवरी 24.4 16.2
आठ फरवरी 23.1 15.8
नौ फरवरी 21.8 10.1
10 फरवरी 22.8 7.7