Food Processing Unit : बनाएंगे जेम और जेली, देंगे खुद के साथ दूसरों को भी रोजगार Prayagraj News
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और एक जिला एक उत्पाद के तहत लोग कर्ज लेने के लिए आवेदन कर रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के फैलने के बाद लोगों में खुद का रोजगार करने को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है। लोग अब जेम, जेली, अचार, मुरब्बा, आयल मिल, राइस मिल, फ्लोर मिल, दूध के उत्पाद बनाने के लिए अपनी इकाई लगाना चाहते हैं। इसके लिए 16 सौ से ज्यादा लोगों ने कर्ज लेने के लिए जिला उद्योग केंद्र में आवेदन किए हैं। कर्ज मिलने पर वह अपनी यूनिट लगाएंगे तो खुद के साथ कई दूसरे लोगों को भी रोजगार देंगे।
तीन महीने में 1260 लोगों ने कर्ज के लिए आवेदन किए
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और एक जिला एक उत्पाद के तहत लोग कर्ज लेने के लिए आवेदन कर रहे हैं। जनवरी से मार्च तक आवेदन की रफ्तार बहुत धीमी थी लेकिन एक अप्रैल से आवेदन करने वालों की संख्या में तेजी आई। इधर, करीब सवा तीन महीने में 1260 लोगों ने कर्ज के लिए आवेदन किए हैं। इसमें से लगभग 40 फीसद आवेदन फूड प्रोसेसिंग से संबंधित इकाई लगाने के लिए हुए हैं। इसमें भी किसी ने अपने रोजगार को बढ़ाने तो किसी ने पहली बार कुटीर उद्योग लगाने के लिए कर्ज की मांग की है।
घर और रेस्तरां में होता है प्रयोग
जैम और जेली इस्तेमाल केवल घरों तक ही सीमित नहीं है। ये खाने के उत्पाद होटल में भी इस्तेमाल किए जाते हैं। इनका प्रयोग कई तरह की रेसिपी को बनाने में भी किया जाता है, जैसे की केक, आइसक्रीम शेक और आदि। इसलिए भी इनकी मांग है।
इन लोगों ने कहा
एमएससी करने के बाद मैं दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। लॉकडाउन के बाद घर वापस लौटने पर उद्योग लगाने का फैसला लिया। आंवला और अमरूद का बगीचा भी है। इसलिए इससे जुड़े उत्पाद जेली, बर्फी, मुरब्बा, अचार बनाने के लिए इकाई लगाने के लिए 30 लाख रुपये कर्ज लेने के लिए आवेदन किया है।
- तनुप्रिया सिंह, ढोकरी (सैदाबाद)
जिले में दूध की अच्छी उपलब्धता है। इसलिए दूध के प्रोडक्ट तैयार करने के लिए इकाई लगानी है। इसके लिए दो करोड़ कर्ज के लिए आवेदन किया है। कितनी भी महामारी फैलेगी। आदमी खाना खाएगा। इसीलिए दुग्ध उत्पाद की इकाई लगाने की योजना बनाई है।
- रेखा राजपाल, अल्लापुर
मेरा फुटवियर का कारोबार है। लेकिन, रोजगार को बढ़ाने के लिए ऑयल उद्योग लगाना चाहते हैं। इसके लिए 25 लाख रुपये का कर्ज मांगा है। ऑयल उद्योग लगने पर उसका संचालन मैं करूंगा। फुटवियर की दुकान पर घर के लोग बैठेंगे।
- राज बहादुर, कौआ (करछना)
धनकुट्टी, टै्रक्टर, थ्रेसर आदि घर में है। लेकिन, कारोबार को बढ़ाने के लिए ऑयल मिल लगाना चाहते हैं। इसके लिए 25 लाख कर्ज के लिए आवेदन किया है। दो लड़के बड़े हो गए हैं। वह कारोबार संभालेंगे।
- दिनेश कुमार, गुमईगहरपुर (मेजा)
उद्योग उपायुक्त ने यह कहा
उद्योग उपायुक्त अजय कुमार चौरसिया कहते हैं कि जिले में फूड प्रोसेसिंग की बहुत संभावनाएं हैं। इसी वजह से करीब 40 फीसद आवेदक इसी से जुड़ी इकाई लगाना चाहते हैं। आवेदन निस्तारित करके कर्ज की स्वीकृति प्रदान की जा रही है।