ट्रिपलआइटी में सम्मानित की गई महिलाएं
जासं, इलाहाबाद : भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआइटी) इलाहाबाद में 50 से अधिक महिलाओं क
जासं, इलाहाबाद : भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआइटी) इलाहाबाद में 50 से अधिक महिलाओं को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। सम्मानित होने वालों में महिला वैज्ञानिक प्रो कृष्णा मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल है। उन्हें वैज्ञानिक शोध, शैक्षणिक उपलब्धियों और महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान पाने के बाद प्रो. कृष्णा मिश्रा ने कहा कि यह अविस्मरणीय पल हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा है, शेष 50 प्रतिशत उसके द्वारा बनाए गए हैं। एक महिला कई चीजें बदल सकती है कई महिलाएं एकजुट होकर दुनिया बदल सकती हैं।
प्रो कृष्णा मिश्रा नासी की वरिष्ठ वैज्ञानिक रही हैं। वे वर्तमान में ट्रिपलआइटी इलाहाबाद में मानद प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त प्रो. कृष्णा मिश्रा के निर्देशन में 50 विद्यार्थियों ने पीएचडी किया है।
सम्मानित होने वालों में अध्यापक वर्ग में डॉ. विजयश्री तिवारी, डॉ. अनुरिका वैश्य, डॉ. सोनाली अग्रवाल, डॉ. प्रज्ञा सिंह, डॉ. पूजा मिश्रा, डॉ. निधि मिश्रा, डॉ. रेखा वर्मा, डॉ. संगीता सिंह, डॉ. रंजना व्यास, डॉ. सीमा अवस्थी, शिखा गौतम एव डॉ. मैरी सैमेल शामिल हैं। अधिकारी-कर्मचारी वर्ग में डॉ. सीमा शाह, डॉ. सोनिया अग्रवाल, डॉ. प्रतिमा चौधरी, डॉ. यश्वनी श्रीवास्तव, प्रिया पाल, ब्लेसी, डॉ. पल्लवी दीक्षित, डॉ. अर्चिता राय को श्रीमती लक्ष्मी भूषण ने अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इसी कड़ी में प्रतिभा वर्मा, फराह नाज, मनीषा तिवारी, प्रभा वर्मा, अंकिता जयसवाल, जागृति बजाज, रितु श्रीवास्तव एवं आशु शुक्ला को श्रीमती अपर्णा वर्मा ने सम्मानित किया। सुश्री गायत्री जोशी, नीतू त्रिपाठी, निशा मिश्रा, मनीषा सैनी, कृष्णा कुण्डू, सुषमा केसरवानी, सविता विश्वकर्मा को श्रीमती अनुश्री लाहिरी ने सम्मानित किया।
एमटेक-बीटेक की सभी मेधावी छात्राओं को उनकी उपलब्धि पर प्रो. उमा शकर तिवारी, प्रो. शेखर वर्मा व प्रो. टी लाहिरी ने सम्मानित किया। सुगन्धा अग्रवाल, अपर्णा वर्मा तथा अनुश्री लाहिरी को प्रो. कृष्णा मिश्रा ने सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो पी. नागभूषण ने कहा की यह बहुत हर्ष के बात है कि संस्थान के इतिहास में पहली बार ये परम्परा शरू हुई जो भविष्य में जारी रहेगी । इस अवसर पर प्रभारी शोध डॉ. पवन चक्रवर्ती ने शोध के बारे में बताया। धन्यवाद ज्ञापन जागृति बजाज ने किया।