अगर सर्दी और गर्मी में समान आ रहा आपका बिजली बिल तो घर में चेक करने आएगी टीम
बिजली विभाग के अधिकारियों को इधर कुछ दिन पहले सूचना मिली कि तीन से पांच किलोवाट के बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता हैं जिनका बिजली का बिल गर्मी और सर्दी में एक समान आ रहा है। सर्दी की अपेक्षा गर्मी में पांच से दस यूनिट का ही अंतर रहता है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ऐसे उपभोक्ता जिनका बिजली का बिल डेढ़ वर्ष से एक समान आ रहा है, वह बिजली विभाग के रडार पर आ गए हैं। सभी उपखंड के अधिकारियों को ऐसे 75 उपभोक्ताओं को चिंह्नित करने को कहा गया है। इन सभी के यहां एसडीओ के नेतृत्व में टीम पहुंचकर मीटर की जांच करेगी। अगर मीटर में गड़बड़ी मिली तो आगे की कार्रवाई होगी।
डेढ़ वर्ष तक का निकाला जा रहा बिजली का बिल
बिजली विभाग के अधिकारियों को इधर कुछ दिन पहले सूचना मिली कि तीन से पांच किलोवाट के बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनका बिजली का बिल गर्मी और सर्दी में एक समान आ रहा है। सर्दी की अपेक्षा गर्मी में पांच से दस यूनिट का ही अंतर रहता है। ऐसे में बिजली चोरी की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। अधिकारियों ने गोपनीय तरीके से इसका पता लगाया तो यह सही भी निकला। इसके बाद सभी उपखंड के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के 75-75 ऐसे उपभोक्ताओं को चिन्ह्नित कर सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
सूची तैयार होने के बाद एसडीओ के साथ मीटर सेक्शन की टीम भी सूचीबद्ध उपभोक्ताओं के घर दस्तक देगी। केबल की जांच करने के साथ ही मीटर को भी खोलकर देखा जाएगा। बकायदा इसकी वीडियोग्राफी होगी। मीटर सही निकलने पर उसे पुन: लगा दिया जाएगा, लेकिन अगर कोई गड़बड़ी पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर बिजली चोरी के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
रीडर भी करते हैं खेल
घरों पर रीडिंग को पहुंचने वाले रीडर कई जगह खेल करते हैं। उपभोक्ता से तालमेल बेहतर होने से यह बिना मीटर देखे ही एक सामान्य रीडिंग का बिल निकाल देते हैं। मामला तब पकड़ में आता है, जब अधिकारी जांच करते हैं और मीटर में रीडिंग स्टोर मिलती है। इसे लेकर कई बार रीडरों को अफसर फटकार भी लगा चुके हैं।
चीफ इंजीनियर का है कहना
सर्दी और गर्मी में बिजली खपत में काफी अंतर होता है। लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनका दोनों ही मौसम में एकसमान बिजली का बिल आ रहा है। इसलिए सभी उपखंड के अधिकारियों को ऐसे उपभोक्ताओं की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता।