कोरोना पीड़ित हैं तो करिए आवेदन, महामारी से मृत 131 लोगों के आश्रितों को मिली मदद
जिले भर में कोरोना से 1087 लोगों की मौत हुई थी। इनके आश्रितों को आर्थिक मदद पाने के लिए कोविड पोर्टल upcovid19track.in पर आवेदन करना होगा। आनलाइन आवेदन न कर सकें तो संगम सभागार के ऊपरी मंजिल पर स्थित आपदा कंट्रोल रूम में आवेदन जमा करा सकते हैं
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना महामारी में कइयों को अपनों को खाेया। किसी के पिता तो किसी की मां, किसी के भाई तो किसी की बहन की मौत हुई। उस महामारी ने कईयों को अनाथ कर दिया। अनाथ हुए बच्चों को प्रदेश सरकार की ओर से मदद दी जा रही है। इसके अलावा कोरोना में जान गंवाने वाले आश्रितों को भी 50-50 हजार रुपये की मदद दी जा रही है। अब तक जिले के 131 लोगों को यह मदद दी जा चुकी है।
जनपद में 1087 लोगों ने गंवाई कोरोना से जान
वैसे प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार जिले भर में कोरोना से 1087 लोगों की मौत हुई थी। इनके आश्रितों को आर्थिक मदद पाने के लिए कोविड पोर्टल upcovid19track.in पर आवेदन करना होगा। आनलाइन आवेदन न कर सकें तो संगम सभागार के ऊपरी मंजिल पर स्थित आपदा कंट्रोल रूम में आवेदन जमा करा सकते हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जगदंबा सिंह ने बताया कि दो दिन आवेदन पूर्ण रूप से भरकर जमा कर दें।
सुपरवाइजर और बीएलओ की बैठक कल
प्रयागराज : विधानसभा चुनाव काे देखते हुए मतदाता सूची संशोधन का काम जोरशोर से चल रहा है। अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय ने बताया कि शहर दक्षिणी के बूथ लेवल अफसरों और सुपरवाइजरों की बैठक तीन दिसंबर को सुबह 11 बजे से सदर तहसील के सभागार में होगी। इसमें अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई की जाएगी।
कैंसर मरीज की आर्थिक सहायता पर पड़ी उम्मीद की किरण
फूलपुर तहसील क्षेत्र के निवासी कैंसर पीड़ित को मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलने वाली आर्थिक सहायता के मामले में दैनिक जागरण की खबर रंग लाई। प्रशासनिक स्तर पर सत्यापन रिपोर्ट आइजीआरएस पोर्टल पर अपलोड करने में जो बड़ी चूक हुई थी खबर प्रकाशित होने के बाद तहसील फूलपुर से वास्तविक रिपोर्ट आनन फानन अपलोड कर दी गई। इसमें मरीज को आर्थिक सहायता दिए जाने की संस्तुति की गई है। मामला ग्राम पंचायत एकडला में रहने वाले 65 वर्षीय कैंसर मरीज से संबंधित है। इस मरीज के बेटे ने तीन माह पहले मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल के माध्यम से आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किया था। उसके सत्यापन के बाद प्रशासनिक स्तर पर बड़ी चूक हुई। आवेदन के संदर्भ संख्या पर तहसील से उसी नाम के किसी अन्य व्यक्ति का डाटा अपलोड कर मरीज को फरवरी 2020 में ही मृत बता दिया। इससे पीड़ित मरीज और उसका परिवार अवाक रह गया।
दैनिक जागरण ने प्रशासन की इस चूक को 29 नवंबर के अंक में प्रमुखता से उजागर किया तो आनन फानन वास्तविक मरीज की एक सत्यापन रिपोर्ट भी पोर्टल पर अपलोड कर दी गई। जिसमें कमला नेहरू मेमोरियल ट्रस्ट के कैंसर अस्पताल द्वारा बनाए गए 3, 60000 रुपये स्टीमेट के आधार पर मरीज को आर्थिक सहायता दिए जाने की संस्तुति की गई है। पोर्टल पर अपलोड इस नई रिपोर्ट से मरीज को इलाज के लिए आर्थिक सहायता शासन से जल्द ही मिलने के आसार हैं। हालांकि नियम व प्रक्रिया के तहत शासन से धनराशि मरीज के पास नहीं बल्कि संबंधित अस्पताल के बैंक खाते में भेजी जाएगी। उससे इलाज का खर्च समायोजित किया जाएगा। और धनराशि खाते में बच जाने की स्थिति में शासन को वापस कर दी जाएगी।वर्जनअपलोड कर दी है संस्तुति की रिपोर्टहमारा दायित्व आवेदक की स्थिति का पता लगाकर उसे आर्थिक सहायता देने या न देने का निर्णय लेना है। मरीज को आर्थिक सहायता दिए जाने की संस्तुति कर दी गई है। शासन से आर्थिक सहायता स्वीकृत होगी तो पैसा संबंधित अस्पताल के खाते में आ जाएगा।अंबरीश कुमार बिंद, एसडीएम फूलपुर