लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता के सुरक्षा गार्डों के भुगतान में फंसा पेच Prayagraj News
लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा गार्डों के भुगतान का मामला लटक गया है। एजेंसी संचालकों ने बिल लगा दिया है।
प्रयागराज, जेएनएन। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता हिमांशु मित्तल के घर और दफ्तर में तैनात निजी सुरक्षा कर्मियों के भुगतान में पेच फंस गया है। यह भुगतान विभाग की ओर से नहीं हो सकता है। ऐसे में किसी दूसरे मद में इसे 'एडजस्ट' करने की बात कही गई थी मगर अखबारों की सुर्खियां बन जाने के बाद प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों के सामने नया संकट उत्पन्न हो गया है।
प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को भुगतान कौन करेगा के उठ रहे सवाल
मुख्य अभियंता द्वारा खुद की सुरक्षा के लिए प्राइवेट सुरक्षा लेने को लेकर कई तरह के सवाल विभाग में ही उठने लगे हैं। एक यह कि उन्हें जान-माल का खतरा है तो पुलिस की सहायता लेनी चाहिए। दूसरे इसकी जानकारी उन्हें पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को देनी चाहिए थी। प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को भुगतान कौन करेगा, जैसे सवाल विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उठाने लगे हैं। दूसरी ओर सुरक्षा एजेंसियों ने बिल भी दे दिया है।
मुख्य अभियंता ने रविवार को भी गार्डों की तैनाती के निर्देश दिए
दरअसल, एक बड़े अधिकारी के करीबी अवर अभियंता के परिवार के सदस्य तथा एक कर्मचारी नेता की निजी सुरक्षा एजेंसी से 10 गनमैन लिए गए हैं। इसमें चार गनमैन चीफ इंजीनियर के दफ्तर तथा छह गनमैन आवास पर तैनात किए गए हैं। रविवार को मुख्य अभियंता दफ्तर पहुंचे तो वहां सुरक्षाकर्मी नहीं थे, जिस पर उन्होंने पूछताछ की तो एजेंसी संचालक ने कहा कि छुट्टी के कारण गार्ड नहीं तैनात किए गए थे। इस पर मुख्य अभियंता ने रविवार को भी गार्डों की तैनाती के निर्देश दिए।
बोले चीफ इंजीनियर
चीफ इंजीनियर हिमांशु मित्तल का कहना है कि मामला सुरक्षा का है, जो बेहद गंभीर है। इसके भुगतान का इंतजाम होगा। पेमेंट खुद भी कर सकता हूं।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप