मोहर्रम के दुलदुल जुलूस में अकीदतमंदों ने चढ़ाए फूल, मांगीं मन्नत Prayagraj News
इन दिनों मोहर्रम पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से जुलूस निकाला जा रहा है। इसी क्रम में पान दरीबा के इमामबाड़ा से भी जुलूस निकाला गया। इसमें हजारों अकीदतमंद शामिल रहे।
प्रयागराज, जेएनएन। इमामबाड़ा सफदर अली बेग पान दरीबा से ऐतिहासिक दुलदुल जुलूस पूरी शानो शौकत से निकला, जो विभिन्न मुहल्लों से गया। दुलदुल को रास्ते में जगह-जगह अकीदतमंदों ने फूल-माला चढ़ाकर मन्नत व मुरादें मांगीं, वहीं दूध-जलेबी व भीगे चने की दाल से खैरमकदम भी किया।
शहर के विभिन्न मार्गों से होकर निकला जुलूस, उमड़े अकीदतमंद
जुलूस शाहगंज, पत्थर गली, शाहनूर अलीगंज, सेंवई मंडी, नखास कोहना, अहमदगंज, अकबरपुर, नूरउल्लाह रोड, गुलाब बाड़ी, पुराना गुडिय़ा तालाब, बख्शी बाजार, दायराशाह अजमल, बैदन टोला, कोलहन टोला से निकला। फिर हसन मंजिल, चकय्या नीम, रानीमंडी, चड्ढा रोड, कोतवाली, लोकनाथ चौराहा, गुड़ मंडी, बहादुरगंज, चक जीरो रोड, घंटाघर, हम्माम गली, बर्फवाली गली, सब्जीमंडी, सुजात खां की सराय होते हुए इमामबाड़ा सफदर अली बेग पर समाप्त हुआ। मिर्जा इकबाल हुसैन व बाबर भाई की सरपरस्ती में जुलूस निकला।
मातमी दस्तों व अंजुमनों ने नौहाख्वानी के साथ मातम किया
उम्मुल बनीन सोसाइटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी ने बताया कि हजरत इमाम हुसैन के वफादार घोड़े को सूती चादर, गुलाब व चमेली के फूलों से सजाकर बड़े ही एहतेराम से निकाला गया। रानी मंडी से निकले मातमी दस्तों व अंजुमनों ने नौहाख्वानी के साथ मातम किया।
कई अंजमनों के अकीदतमंद भी शामिल रहे
अंजुमन मजलूमिया, शब्बीरिया, अब्बासिया, हैदरया, व आबिदया के मातमदारों ने कोतवाली पर तेज धार की छूरियों से लैस जंजीरों से पुश्तजनी करते हुए जुलूस की शक्ल में इमामबाड़ा छोटी चक पहुंचकर जनाबे सय्यदा को उनके लाल हुसैन व अन्य शहीदों का पुरसा दिया। जुलूस में मुर्तुजा अली बेग, मुज्तबा अली बेग, गौहर काजमी, ताशू अल्वी, मंजर कर्रार, सुहैल, शमशाद, जहांगीर, मुन्ना, सलीम, माहे आलम आदि शामिल रहे।