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प्रबंधक बनने को रची थी भाई के कत्ल की साजिश, महिला समेत तीन गिरफ्तार Prayagraj News

वह अति महत्‍वाकांक्षी था। स्‍कूल का प्रबंधक बनने के लिए उसने भाई की हत्‍या की साजिश रची। भाई की जान ली और मां पर जानलेवा हमला करवाया। महिला समेत तीन गिरफ्तार हुए तो राज खुला।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 10 Aug 2019 09:37 AM (IST)Updated: Sat, 10 Aug 2019 09:37 AM (IST)
प्रबंधक बनने को रची थी भाई के कत्ल की साजिश, महिला समेत तीन गिरफ्तार Prayagraj News
प्रबंधक बनने को रची थी भाई के कत्ल की साजिश, महिला समेत तीन गिरफ्तार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। उतरांव थाना क्षेत्र के चितावनपुर गांव में सोमवार की रात में गोपाल सिंह पटेल की हत्या और उनकी मां इंद्रावती के कत्ल की कोशिश का राजफाश पुलिस ने कर दिया है। महिला समेत तीन लोगों के गिरफ्तार होने के बाद कत्ल की वजह भी सामने आ गई। पता चला कि स्कूल प्रबंधक बनने के लिए बड़े भाई भोला पटेल ने ही मां और भाई की हत्या की साजिश रची थी। हालांकि अभी वह परिवार सहित फरार है। उनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।

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ऐसे वारदात को अंजाम दिया गया था

चितावनपुर गांव में पांच अगस्त सोमवार की रात घर के अहाते में चारपाई पर सोते समय गोपाल सिंह पटेल (25) की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। दूसरी चारपाई पर सो रही मां इंद्रावती (58) के भी गले पर दो वार किए गए थे। इंद्रावती को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उनके दूसरे पुत्र सुभाष ने नैनी में रहने वाले सबसे बड़े भाई भोला पटेल, उसकी पत्नी सुमन, ससुर, साले और पड़ोस की विद्यावती के खिलाफ कत्ल का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के दिन से ही नामजद भोला समेत अन्य आरोपित फरार हैं।

चश्मदीद गवाह बनीं जख्मी इंद्रावती ने पुलिस को बयान दिया

घायल इंद्रावती अपने पति जंगबहादुर के निधन के बाद गांव में ही स्थित अमृतलाल बैरागी इंटर कॉलेज का प्रबंधन देख रही थीं। बेटा गोपाल उनका साथ देता था। बड़ा पुत्र भोला खुद प्रबंधक बनना चाहता था, लेकिन गोपाल और इंद्रावती मना करते रहे। हालत में कुछ सुधार होने पर घायल इंद्रावती ने पुलिस को बताया कि उन्होंने संजय उर्फ करिया और रणविजय पटेल को कुल्हाड़ी मारकर भागते देखा था। वे दोनों सरायइनायत के गोतावां गांव के रहने वाले हैं।

आरोपितों ने कबूल किया गुनाह

थानाध्यक्ष उतरांव दीपक सिंह ने संजय उर्फ करिया और रणविजय पटेल के साथ ही पड़ोसन विद्यावती को भी गिरफ्तार कर लिया। करिया के कब्जे से हमले में प्रयुक्त राड बरामद कर लिया गया है। तीनों ने गुनाह कुबूल लिया।

 

चपरासी की नौकरी के लालच में खून कर दिया 

पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार संजय उर्फ करिया इंद्रावती का भतीजा यानी भाई का पुत्र है। यूं वह मारे गए गोपाल और हत्या की साजिश रचने वाले भोला का ममेरा भाई है। भोला ने करिया और उसके दोस्त रणविजय से कहा था कि मां और भाई के कत्ल के बाद वह स्कूल प्रबंधक बनेगा तो उन दोनों को चपरासी की नौकरी पर लगा देगा। इसी लालच में रिश्तों के कत्ल की यह वारदात अंजाम दिया गया। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भोला के पास है।

पिता के कॉलेज पर कब्जे से खफा थी विद्यावती

पुलिस ने बताया कि विद्यावती ने उस रात भोला को उसके भाई और मां के भोजन के बाद अहाते में सोने की जानकारी फोन पर दी थी। कॉल डिटेल रिकार्ड से पता चला कि शाम से रात तक विद्यावती और भोला के बीच कई बार फोन पर बात हुई थी। उसी दौरान भोला और करिया के बीच बातचीत की कॉल डिटेल से पुष्टि हुई है। भोला भी घटना के दौरान वहां था। दरअसल, जिस कॉलेज के प्रबंधन के लिए यह कत्ल हुआ, वह विद्यावती के पिता अमृतलाल बैरागी के ही नाम पर है। बाद में इंद्रावती के पति जंगबहादुर ने कॉलेज पर आधिपत्य जमा लिया था। इससे विद्यावती नाराज थी। इसलिए वह भी कत्ल की साजिश में शामिल हो गई।

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