परीक्षा कराने के अपने ही फैसले से संकट में उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लिखित परीक्षा को लेकर उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानि यूपीएचईएससी अपने ही फैसले से परेशानी में है।
प्रयागराज (जेएनएन)। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लिखित परीक्षा को लेकर उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानि यूपीएचईएससी अपने ही फैसले से परेशानी में है। परीक्षा 18 नवंबर को निर्धारित कर यह सार्वजनिक नहीं किया कि विभिन्न विषयों में परीक्षाएं चरणबद्ध होंगी। अब यूपीटीईटी के चलते असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा की तारीख पर अभ्यर्थियों के दो धड़ों की मांग के चलते फैसला लेना कठिन हो गया है।
तीन चरणों में होनी है परीक्षा
यूपीएचईएससी की ओर से जारी विज्ञापन 47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1150 पदों पर भर्ती में शामिल होने के लिए करीब 48 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन हुए। यूपीएचईएससी ने 25 सितंबर को बैठक कर परीक्षा 18 नवंबर को घोषित कर दी। आयोग ने निर्णय को सार्वजनिक करते हुए यह नहीं बताया कि परीक्षा तीन चरणों में होगी। उधर पिछले दिनों यूपीटीईटी भी 18 नवंबर को ही घोषित हो जाने से अभ्यर्थियों में ऊहापोह की स्थिति हो गई कि असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा 18 नवंबर को हो पाएगी या नहीं।
परीक्षा स्थगित की जाए
पिछले दिनों से यूपीएचईएससी पर अभ्यर्थियों के दो धड़े अलग-अलग पहुंचकर अपनी मांग रख रहे हैं। एक धड़े का कहना है कि यूपीटीईटी के चलते 18 नवंबर को होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा स्थगित की जाए, जबकि दूसरा धड़ा परीक्षा स्थगित न करने की मांग पर अड़ा है। यूपीएचईएससी अब निर्णय नहीं ले पा रहा है कि बीच का क्या रास्ता निकाला जाए, क्योंकि अभ्यर्थियों के किसी एक समूह की मांग पूरी करने से दूसरे का तगड़ा विरोध भी होना तय है।
परीक्षा केंद्रों को लेकर दबाव
यूपीएचईएससी के सूत्रों की मानें तो प्रयागराज शहर में जिन परीक्षा केंद्रों को फाइनल कर दिया गया है उनकी ओर से प्रशासन का दबाव पडऩे की जानकारी दी जा रही है। कहा जा रहा है कि 18 नवंबर को यूपीटीईटी के लिए ही केंद्र खाली रखा जाए।