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Lockdown में उच्च शिक्षा की पढ़ाई 'ऑन', UP राज्य विश्वविद्यालय व संबद्ध डिग्री कॉलेजों ने शुरू की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश के 11 राज्य विश्वविद्यालय 13 निजी विश्वविद्यालय 88 राजकीय डिग्री कॉलेज 56 एडेड डिग्री कॉलेज व 70 निजी डिग्री कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2020 07:06 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 07:08 PM (IST)
Lockdown में उच्च शिक्षा की पढ़ाई 'ऑन', UP राज्य विश्वविद्यालय व संबद्ध डिग्री कॉलेजों ने शुरू की प्रक्रिया
Lockdown में उच्च शिक्षा की पढ़ाई 'ऑन', UP राज्य विश्वविद्यालय व संबद्ध डिग्री कॉलेजों ने शुरू की प्रक्रिया

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। Lockdown : लॉकडाउन के कारण घर बैठे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित न हो, उन्हें कोर्स से संबंधित बेहतर जानकारी मिल सके, इसके मद्देनजर उच्च शिक्षा निदेशालय ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा देने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। निदेशालय ने राज्य विश्वविद्यालय व उससे संबद्ध डिग्री कॉलेजों को ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कराने का निर्देश दिया है। विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों ने उस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों की वेबसाइट में शिक्षक पाठ्य सामग्री अपलोड कर रहे हैं। इससे छात्र-छात्रा वेबसाइट के जरिये उसे आसानी से प्राप्त कर लेंगे। 

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उत्तर प्रदेश के 11 राज्य विश्वविद्यालय, 13 निजी विश्वविद्यालय, 88 राजकीय डिग्री कॉलेज, 56 एडेड डिग्री कॉलेज व 70 निजी डिग्री कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वेबसाइट में आडियो, वीडियो व पीडीएफ के जरिये स्नातक व परास्नातक कोर्स से जुड़ी अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। पाठ्य सामग्री के साथ शिक्षक से संपर्क करने केलिए उनका मोबाइल नंबर व लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है। अगर कोर्स से संबंधित किसी प्रकार की दिक्कत होती है तो छात्र-छात्रा शिक्षक से सीधे संपर्क करके उसका निवारण करा सकेंगे।

निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. वंदना शर्मा ने कहा कि घर बैठे छात्र-छात्रा समय का सदुपयोग कर सकें, उसके मद्देनजर ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दिया जा रहा है। उस दिशा में काम शुरू हो चुका है। जल्द ही हर छात्र व छात्रा को उससे जोड़ लिया जाएगा। 

वीडियो कांफ्रेंसिंग की दिशा में भी हो रहा काम

जूम एप के जरिये ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। साथ ही शिक्षकों का लेक्चर यू-ट्यूब के जरिये उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही छात्र-छात्राओं से बेहतर संपर्क व संवाद स्थापित करने के लिए उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा भी दिलाई जाएगी। निदेशालय का मानना है कि आज अधिकतर छात्र-छात्राओं के पास स्मार्ट फोन है। इससे वह कहीं से भी वीडियो क्रांफ्रेंसिंग का हिस्सा आसानी से बन सकते हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेज प्रबंधन से वीडियो क्रांफ्रेंसिंग की दिशा में काम करने का निर्देश दिया है। साथ ही विवि व कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया भी पूरी तरह से ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है।


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