ओवरहेड टैंकों के निर्माण में जमीन का पेच
जागरण संवाददाता प्रयागराज अलोपीबाग और बाई का बाग में ओवरहेड टैंकों के निर्माण में जमीन का पेंच फंसता नजर आ रहा है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: अलोपीबाग और बाई का बाग में ओवरहेड टैंकों के निर्माण में जमीन का पेच फंसता नजर आ रहा है। एक जगह दुर्गापूजा पार्क समिति के पदाधिकारियों ने ओवरहेड टैंक के बनने में रोड़ा अटका दिया है। दूसरी जगह पर ओवरहेड टैंक के निर्माण के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की भी सहमति लेनी पड़ेगी।
मेंहदौरी और गोविंदपुर में भूमिगत जलाशय, अलोपीबाग और बाई का बाग में ओवरहेड टैंकों के निर्माण के अलावा छह नलकूपों व 200 किमी. पाइप लाइन बिछाने के लिए अमृत योजना के तहत करीब दो साल पहले लगभग 91 करोड़ रुपये की स्वीकृति शासन से मिली थी। मेंहदौरी में पाइप लाइन बिछने का काम पूरा होने के साथ भूमिगत जलाशय भी बन रहा है। पिछले दिनों गोविंदपुर, अलोपीबाग में दुर्गापूजा पार्क और बाई का बाग पार्क में जलाशय और ओवरहेड टैंकों के निर्माण के लिए नगर निगम ने जलनिगम को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दिया था, लेकिन जलनिगम के जेई अपने स्टॉफ के साथ शनिवार को अलोपीबाग में पार्क की मिट्टी की टेस्टिंग के लिए पहुंचे तो दुर्गापूजा पार्क समिति के पदाधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। वहीं, बाई का बाग पार्क के सुंदरीकरण का काम निगम की ओर से पीडीए को दिए जाने से अब जलनिगम को पीडीए की स्वीकृति भी लेनी पड़ेगी। अमृत योजना के तहत ही पार्क का सुंदरीकरण भी प्रस्तावित है। अलोपीबाग में 1800 किलोलीटर और बाई का बाग में 1100 किलोलीटर क्षमता के ओवरहेड टैंक बनने हैं। महाप्रबंधक जलकल विभाग हरिश्चंद्र बाल्मीकि का कहना है कि इस बारे में जलनिगम की चिट्ठी हमें नहीं मिली। जमीन संबंधी कोई दिक्कत है तो चिट्ठी लिखी जानी चाहिए।
अलोपीबाग में दुर्गापूजा पार्क समिति के पदाधिकारियों से वार्ता हो रही है। तैयार होंगे तो वहां टंकी बनेगी। अन्यथा दूसरी जगह जमीन खोजी जाएगी। बाई का बाग पार्क के लिए नोडल अधिकारी महाप्रबंधक जलकल विभाग बात करेंगे।
आनंद दुबे, अधिशासी अभियंता जलनिगम।