कुंभ सिक्योरिटी की ग्रैंड ड्रिल, पीएम की सुरक्षा का इंतजाम कर परखी प्लानिंग
कुंभ सिक्योरिटी की ग्रैंड का परीक्षण पिछले दिनों प्रयागराज आए पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के इंतजाम से किया गया।
प्रयागराज : कुंभ मेले का सिक्योरिटी प्लान विश्व के तमाम बड़े आयोजनों को निगाह में रखकर तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन पर अफसरों ने मेला क्षेत्र के साथ शहर में सुरक्षा इंतजाम का इस्तेमाल कर इसकी ग्रैंड ड्रिल कर ली। प्रमुख स्नान पर्वों पर सुरक्षा के जो भी कदम उठाए जाने हैं प्रधानमंत्री के आगमन पर उसका रिहर्सल किया गया।
कुंभ को लेकर करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा का खाका सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मंथन कर तैयार हुआ। आर्मी, वायुसेना की मदद की भी तैयारी है। आइबी के साथ ही एनएसजी, एटीएस के अफसरों ने भी सुरक्षा प्लान तैयार किया है। आला अफसरों की समन्वय बैठक कई राउंड हो चुकी थी। बारी थी, सिक्योरिटी इंतजाम को परखने की।
सबसे अहम है आर्मी के साथ तालमेल
इन सुरक्षा इंतजामों में सबसे अहम है आर्मी के साथ तालमेल। आर्मी और वायुसेना के साथ समन्वय स्थापित करने को एक टीम भी बनाई गई है ताकि कोई अनहोनी पर आर्मी की मदद हासिल हो सके। कंट्रोल रूम भी साझा करने की तैयारी है। प्रधानमंत्री के आगमन पर ऐसा किया भी गया।
एक अधिकारी की ड्यूटी आर्मी कंट्रोल रूम पर होगी
कुंभ में एक पुलिस अधिकारी की ड्यूटी आर्मी के कंट्रोल रूम पर होगी, यदि मेला क्षेत्र और शहर में कोई घटना होती है तो वह पुलिस अधिकारी आर्मी कंट्रोल रूम के जरिए अवगत कराके तत्काल मदद हासिल करेगा। इसी प्रकार आइबी, एटीएस और एनएसजी के अफसर रविवार को समन्वय बनाकर कार्यक्रम में रहे। ऐसा ही प्रमुख स्नान पर्वों पर होना है। हर किसी की ड्यूटी तय थी, यह भी तय था कि कुछ होने पर किसे क्या भूमिका निभानी है।
इनका समन्वय भी रहेगा बेहतर
एनडीआरएफ, जल पुलिस और सेना के गोताखोरों का समन्वय भी बेहतर देखने को मिला। संगम पर प्रधानमंत्री का कार्यक्रम चल रहा था तो क्रूज, स्टीमर पर तीनों दलों के लोग निगरानी करते रहे। कुंभ मेला क्षेत्र में कहां बैरिकेडिंग होनी है, कौन सा रास्ता बंद रखना है। मेला क्षेत्र के साथ ही शहर में सुरक्षा इंतजाम क्या होने हैं, इसे लेकर पुलिस अफसरों ने एक तरह से ड्रिल कर अपनी तैयारियों को परखा। एडीजी एन. साबत, आइजी मोहित अग्रवाल, डीआइजी कुंभ केपी सिंह मेला क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेते रहे। एडीजी और आइजी संगम पर रहे तो डीआइजी दूसरे मार्गों पर व्यवस्था देख फोर्स दौड़ाते रहे। उधर, एसएसपी नितिन तिवारी मेला क्षेत्र से शहर की तरफ गश्त और फोर्स की तैनाती में थे। इसी बीच नैनी, झूंसी और दारागंज थानों की पुलिस से गश्त कराई गई।