Model panchayat Ghar : प्रधान व सेक्रेटरी से मिलने को ग्रामीण नहीं भटकेंगे, वे अपने कार्यालय में मिलेंगे Prayagraj News
पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले के 23 गांवों में मॉडल पंचायत घर बनेंगे। शासन से मिली मंजूरी मिल चुकी है। इसमें प्रधान और सेक्रेटरी के कार्यालय होंगे जिसमें उन्हें बैठना होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। अपने गांव की समस्या के निदान के लिए अब ग्रामीणों को परेशान होने की कतई जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए कि उनकी समस्याओं को सुनने और दूर करने के लिए प्रधान और ग्राम सचिव अपने कार्यालय में मिलेंगे। उन्हें ढूंढने की जहमत नहीं उठानी पड़ेगी। जी हां, प्रधानों और ग्राम सचिवों के भी कार्यालय होंगे। सुबह इन दोनों में किसी न किसी को दो घंटे अवश्य ही दफ्तर में बैठना होगा।
23 गांवों में प्रधान और सेक्रेटरी के लिए दफ्तर बनेंगे
पायलट प्रोजेक्ट के तौर प्रथम चरण में जिले के हर ब्लॉक के एक गांव को लिया गया है। जिले में 23 ब्लॉक हैं तो 23 गांवों में प्रधान और सेक्रेटरी के लिए दफ्तर बनेंगे। इसके लिए इन गांवों में मॉडल पंचायत घर बनेंगे। ये भवन लगभग 22 लाख रुपये से बनेंगे। इसमें चार लाख रुपये मनरेगा से लगेगा। पंचायत भवन में आठ कमरे, एक हाल, दो टॉयलेट, एक स्टोर भी होगा। हाल में ग्राम पंचायत की बैठकें होंगी। इसके अलावा ग्राम पंचायत स्तर के प्रशिक्षण भी इसी हाल में आयोजित होंगे।
ग्रामीण आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे
पंचायत भवन के एक कमरे में जन सुविधा केंद्र भी होगा, जहां से ग्रामीण आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे। इसके अलावा युवा नौकरियों के लिए आवेदन कर सकेंगे। यही नहीं अन्य प्रकार की योजनाओं की जानकारी भी इस केंद्र से ग्रामीणों को दी जा सकेगी। पंचायत भवनों का निर्माण कार्य अगले माह से शुरू होगा। गांवों का चयन हो चुका है।
डीपीआरओ ने कहा-ग्रामीणों को पंचायत भवनों के बनने से सुविधा होगी
डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव का कहना है कि इन पंचायत भवनों का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कराया जाएगा। इससे गांव के लोगों को कई तरह के लाभ मिल सकेंगे।