इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्नातक की परीक्षाएं एक जुलाई से Prayagraj News
कुलपति कार्यालय में परीक्षा समिति की बैठक बुलाई गई। इसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि स्नातक स्तर की परीक्षाएं एक जुलाई से होंगी।
प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की स्नातक स्तर की वार्षिक परीक्षाएं एक जुलाई से फिर शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा परास्नातक स्तर की सेमेस्टर परीक्षाएं 16 जुलाई से कराई जाएंगी। यह निर्णय सोमवार को कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया।
लॉकडाउन के चलते इविवि प्रशासन को स्थगित करनी पडी थी परीक्षा
कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन होने के चलते इविवि प्रशासन ने बीच में ही स्नातक स्तर की वार्षिक परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। इसी बीच विश्वविद्यालय और यूजीसी को नया शैक्षणिक सत्र प्रभावित होने की चिंता सताने लगी। इस पर यूजीसी के चेयरमैन रजनीश जैन ने कमेटियों का गठन कर रिपोर्ट मांगी। कमेटियों ने रिपोर्ट सौंपी और उसमें कई सुझाव भी दिए।
परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय
इविवि के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रामेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यूजीसी की सिफारिशों का अध्ययन करने के बाद सोमवार को दोपहर 12 बजे से कुलपति कार्यालय में परीक्षा समिति की बैठक बुलाई गई। इसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि स्नातक स्तर की परीक्षाएं एक जुलाई से होंगी। इसके अलावा परास्नातक की सेमेस्टर परीक्षाएं 16 जुलाई से 15 अगस्त तक कराई जाएंगी। हालांकि, पहले टर्मिनल सेमेस्टर की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इविवि के शैक्षणिक और गैरशैक्षिणकों को परीक्षा ड्युटी अनिवार्य रूप से करना होगा। इसके अलावा इविवि के विभागों में पीएचडी डिग्री अवार्ड करने के लिए ऑनलाइन वाइवा भी शुरू होगा। परीक्षाएं शुरू होने से पहले सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। इसके लिए स्टेट मैनेजर को नोडल अफसर बनाया गया है।
तीन पालियों में पूरे सप्ताह परीक्षाएं
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि यूजीसी की ओर से सुझाव दिया गया था कि परीक्षाएं तीन पालियों में कराई जाएं। इस पर इविवि प्रशासन ने भी सहमति जताते हुए लागू कर दिया। खास बात यह है कि जल्द परीक्षा खत्म कराने के लिए इविवि प्रशासन ने निर्णय लिया है कि सप्ताह के सातों दिन परीक्षाएं कराई जाएंगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों की संख्या डेढ़ गुना बढ़ाई जाएगी। हालांकि, प्रश्नपत्र के स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
फिर से जारी किया जाएगा प्रवेश पत्र
प्रो. रामेंद्र सिंह ने बताया कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने के लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण फिर से हो रहा है। ऐसे में परीक्षार्थियों का प्रवेश पत्र भी फिर से जारी किया जाएगा। इसके अलावा नया शेड्यूल भी फिर से जारी होगा। एक सप्ताह में उसे जारी भी कर दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा के दौरान मॉस्क अनिवार्य रूप से लगाना होगा।