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ट्रिपल आइटी में स्वर्ण पदक विजेता मोटे पैकेज पर कर रहे नौकरी Prayagraj News

ट्रिपल आइटी में पदक प्राप्‍त करने वाले छात्र और छात्राओं का भविष्‍य उज्‍ज्‍वल है। वह बड़ी कंपनियों में बेहतर पैकेज के साथ नौकरी कर रहे हैं। यहां आकर दीक्षा समारोह में पदक प्राप्‍त किया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 09:08 AM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 09:08 AM (IST)
ट्रिपल आइटी में स्वर्ण पदक विजेता मोटे पैकेज पर कर रहे नौकरी Prayagraj News
ट्रिपल आइटी में स्वर्ण पदक विजेता मोटे पैकेज पर कर रहे नौकरी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। ट्रिपल आइटी के दीक्षा समारोह में विभिन्न ब्रांच के स्वर्ण पदक विजेता वर्तमान में मोटे पैकेज पर नामी-गिरामी कंपनियों में नौकरी कर रहे हैं। पांच वर्षीय डुअल डिग्री बीटेक-एमटेक में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले महाराष्ट्र के सावंतवडी के गुप्ता योगेश सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनके पिता राजेश कुमार डॉक्टर हैं। वह रीवीगो कंपनी में 25 लाख के पैकेज पर नौकरी कर रहे हैं।

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ट्रिपल आइटी की एक से बढ़कर एक प्रतिभाएं

इसी प्रकार एमबीए में स्वर्ण पदक पाने वाली आगरा की अमृता कुलश्रेष्ठ एचआर फील्ड में कॅरियर बनाना चाहती हैं। उनके पिता जीएम कुलश्रेष्ठ गेल इंडिया लिमिटेड में सीनियर मैनेजर और मां पदमजा कुलश्रेष्ठ गृहिणी हैं। बीटेक ईसीई में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले आयुष खत्री इंदौर के रहने वाले हैं। वह पुणे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनके पिता राजेश खत्री प्रोफेसर हैं। दानदाता स्वर्ण पदक पाने वालों में चौधरी जयेश अजय भाई गुजरात के सूरत के रहने वाले हैं। वह बंगलुरु में 22 लाख के सालाना पैकेज पर नौकरी कर रहे हैं। जयेश को डॉ. टीसीएम पिल्लै मेमोरियल स्वर्ण पदक मिला है। यह पदक संस्थान को डॉ. टीसीएम पिल्लै के पुत्र डॉ. शशि के पिल्लै ने दिया था।

इन छात्र-छात्राओं की भी निखरी प्रतिभा

नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. क्लाउड कोहेन टन्नौडजी स्वर्ण पदक पाने वाली प्रियंका सिंहला मूलरूप से पंजाब के भटिंडा की रहने वाली हैं। प्रियंका को कांस्य पदक से भी सम्मानित किया गया है। वह बंगलुरु में 22 लाख के सालाना पैकेज पर नौकरी कर रही हैं। इसके अलावा दर्शना को प्रोफेसर जॉली कोहेन टन्नौडजी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। प्रो. डॉ. इंजीनियर मैथिस क्लेनर स्वर्ण पदक पाने वाले अभिनव खरे समारोह में शामिल नहीं हो सके।

सिविल सेवा में कॅरियर बनाना चाहती हैं निकिता

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआइटी) के 14वें दीक्षा समारोह में प्रतिष्ठित चेयरमैन स्वर्ण पदक समेत दो पदक हासिल करने वाली निकिता जैन सिविल सेवा में कॅरियर बनाना चाहती हैं। निकिता अभी से तैयारियों में जुट गई हैं। मूलरूप से फिरोजाबाद के सिरसागंज की रहने वाली निकिता ने वर्ष 2015 में झलवा स्थित ट्रिपलआइटी से आइटी ब्रांच से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। वह इस वक्त बंगलुरु स्थित गूगल के दफ्तर में नौकरी कर रही हैं। वहां उन्हें सालाना 30 लाख के पैकेज पर रखा गया है। निकिता के पिता पंकज जैन बिजनेस करते हैं। तीन भाई-बहनों में बीच की निकिता ने बताया कि उन्होंने जिंदगी के चार साल ट्रिपलआइटी में बिताए। उन्हें संस्थान ने दो स्वर्ण पदक से सम्मानित किया।


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