NCR और NER के महाप्रबंधक ने प्रयागराज जंक्शन पर किया निरीक्षण, दिया अधिकारियों को निर्देश
महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने संपर्क रहित ब्रेथेलाइजर परीक्षण और कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण प्रणाली जैसे नवाचारों से जुड़े प्रयागराज मंडल के प्रयासों की सराहना की। सलाह दी कि इन अच्छे कार्यों को व्यापक कार्यान्वयन के लिए सभी जोनल रेलवे और रेलवे बोर्ड के साथ साझा किया जाना चाहिए।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर मध्य और पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर संयुक्त क्रू लॉबी का निरीक्षण किया। उन्हें बताया गया कि क्रू लॉबी प्रयागराज द्वारा बनाए गए इस ब्रेथलाइजऱ से संपर्क रहित तरीके से रनिंग स्टाफ़ की अनिवार्य श्वसन जांच सुनिश्चित की जा रही है और संपर्क रहित जांच से कोविड -19 संक्रमण के प्रसार से बचाव हो रहा है।
महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने संपर्क रहित ब्रेथेलाइजर परीक्षण और कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण प्रणाली जैसे नवाचारों से जुड़े प्रयागराज मंडल के प्रयासों की सराहना की। सलाह दी कि इन अच्छे कार्यों को व्यापक कार्यान्वयन के लिए सभी जोनल रेलवे और रेलवे बोर्ड के साथ साझा किया जाना चाहिए। महाप्रबंधक ने क्रू लॉबी प्रयागराज के लिए एक सामूहिक नकद पुरस्कार की भी घोषणा की। महाप्रबंधक रनिंग स्टाफ, लोको इंस्पेक्टरों और ट्रेन संचालन से जुड़े अन्य अधिकारियों से कहा कि चालक दल द्वारा जटिल यार्डों की रूट लॄनग सीखना संरक्षायुक्त ट्रेन संचालन के लिए महत्वपूर्ण है।
परीक्षण के बाद चालक दल का रहता है रिकॉर्ड
मशीन पर लगा कैमरा इस अनिवार्य परीक्षण को पूरा करने वाले चालक दल का रिकॉर्ड रखता है। महाप्रबंधक द्वारा क्रू लॉबी प्रयागराज में उपलब्ध कंप्यूटर प्रशिक्षण परामर्श प्रणाली समेत अन्य प्रशिक्षण व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया गया। उत्तर मध्य रेलवे में लागू कंप्यूटर आधारित परामर्श प्रणाली सुगठित परामर्श के साथ ही चालक दल के प्रदर्शन का मूल्यांकन भी सुनिश्चित करती है, जिससे रनिंग स्टाफ के बेहतर प्रशिक्षण में सहायता मिलती है।
महाप्रबंधक ने इन कार्यों की भी समीक्षा की
महाप्रबंधक ने उत्तर मध्य रेलवे पर संरक्षा, समय पालनता, माल ढुलाई, गतिशीलता सुधार कार्यों, राजस्व सृजन, स्क्रैप बिक्री और अन्य महत्वपूर्ण प्रदर्शन मापदंडों की स्थिति की भी समीक्षा की। इस वर्ष अब तक उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में 85 फीसद के सुधार के साथ मालगाडिय़ों की औसत गति को 44.70 किलोमीटर प्रति घंटे क बनाए रखा गया है। महाप्रबंधक ने मालगाडिय़ों के नियमित आधार पर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से अधिक पर संचालन के लिए प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक इनपुट पर चर्चा की।