Prayagraj Nagar Nigam के दायरे में अब 100 वार्ड हैं, यहां के लोगों को सुविधा देने के लिए GIS सर्वे होगा
प्रयागराज नगर निगम का दायरा बढ़ने से 20 नए वार्डों का गठन किया गया है। वहां के लोगों को मूलभूत सुविधा मिले और मकानों का नंबर भी जारी किया जाए जिसको ध्यान में रखते हुए जीआइएस सर्वे किया जाएगा। इसी के अनुसार इनसे गृहकर और जलकर भी वसूला जाएगा।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज की शहरी सीमा का विस्तार होने से 97 ग्रामसभा को नगर निगम में शामिल किया गया है। निकाय चुनाव के पहले इन क्षेत्रों में जीआइएस सर्वे किया जाएगा। 80 वार्डों का जीआइएस सर्वे किया जा चुका है। इसमें 2.28 लाख भवनों को चिह्नित किया गया है। इसमें से 18 हजार नई संपत्तियों का चिह्नांकन किया हुआ है। 88 हजार उन भवनों को चिह्नित किया गया है, जिनके स्वामियों ने अपने भवनों का दायरा बढ़ाया है।
जीआइएस सर्वे के बाद गृहकर व जलकर वसूला जाएगा : प्रयागराज नगर निगम का दायरा बढ़ने से 20 नए वार्डों का भी गठन किया गया है। पहले 80 वार्ड शहर में थे। लेकिन अब संख्या 100 हो गई है। यहां के लोगों को मूलभूत सुविधा मिले और मकानों का नंबर भी जारी किया जाए जिसको ध्यान में रखते हुए जीआइएस सर्वे किया जाएगा। इसी के अनुसार इनसे गृहकर और जलकर भी वसूला जाएगा।
विस्तारित क्षेत्रों में 25 हजार स्ट्रीट लाइट लगेंगी : नगर निगम की ओर से विस्तारित क्षेत्रों में 25 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। इसके लिए 92 करोड़ रुपये से अधिक का बजट भी खर्च किया जाएगा। कुछ स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगाई भी जा चुकी है।
150 किमी बनेगी सड़क : विस्तारित क्षेत्रों के लिए 150 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा। 184 करोड़ रुपये में सड़क का निर्माण किया जाएगा। तीन फेज में सड़क बनाई जाएगी। 18.59 करोड़ रुपये का बजट भी नगर निगम को आवंटित किया जा चुका है।
क्या कहते हैं नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी : नगर निगम के मुख्यकर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि वार्डों के गठन के बाद नए विस्तारित क्षेत्रों में जीआइएस सर्वे किया जाएगा। सर्वे प्रकिया दो माह में शुरू हो जाएगी। 80 वार्डों में सर्वे पूरा किया जा चुका है। सर्वे किए गए वार्डों में क्रम के अनुसार मकानों का नंबर जारी किया जाएगा।